Lucknow News: सॉल्वर गैंग चलाने वाले डॉक्टर समेत तीन गिरफ्तार, यूपी पुलिस ने किया मास्टर प्लान का पर्दाफाश

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ। उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं को लेकर सॉल्वर गैंग चला रहे गिरोह के सरगना के रूप में शामिल एक डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर सोमवार को इसका खुलासा किया है। गिरफ्तार डॉक्टर की तैनाती वर्तमान में जनपद बलिया के बांसडीह सीएचसी ( सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) पर है। पुलिस ने डॉक्टर सहित उसके गिरोह के दो अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है। डॉक्टर की गिरफ्तारी उसके अन्य साथी की गिरफ्तारी के बाद हुई है।

दरअसल, बीते छह और सात सितंबर को उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तरफ से सम्पन्न पीईटी-2025 की परीक्षा प्रदेश के 45 जनपदों में सम्पन्न कराई गई थी। इनमें सबसे ज्यादा परीक्षार्थी लखनऊ व गाजियाबाद में थे। परीक्षा की शुचिता को लेकर एसटीएफ व पुलिस की सॉल्वर गैंग चलाने वाले लोगों पर थी। इस दौरान गौतमपल्ली थानान्तर्गत स्थित राजकीय बालिका इन्टर कालेज जियामऊ लखनऊ पर आयोजित प्रारम्भिक अहर्ता परीक्षा (पीईटी) 2025 के दौरान कालेज ने पुलिस को सूचना दी कि एक अभ्यर्थी अपनी गलत पहचान बनाकर दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहा है। प्राप्त सूचना के आधार पर प्रभारी निरीक्षक गौतमपल्ली रत्नेश सिंह पुलिस टीम को साथ लेकर उक्त परीक्षा केंद्र पहुंचे।

केंद्र पर पहुचने के बाद पुलिस ने उस व्यक्ति से पूछताछ की तो उसने अपना नाम रवीश कुमार पुत्र स्व फकीरा प्रसाद निवासी ससवहना थाना कसार जनपद शेखपुरा बिहार बताया। जो सुमित यादव पुत्र राजमनी यादव के स्थान पर प्रारम्भिक अहर्ता परीक्षा दे रहा था। जिसके पास सुमित यादव का आधार कार्ड जिस पर रवीश कुमार की फोटो लगी हुई थी व प्रवेश पत्र बरामद किया गया। बाद में जिसकी जानकारी करने पर फर्जी पाया गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार अभियुक्त रवीश कुमार से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह अपने अन्य साथियों डा अमित गुप्ता व विकास कुमार व अन्य साथी के साथ मिलकर साल्वर गिरोह चला रहा है। जिसके बाद अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपायुक्त मध्य के निर्देशन में 3 टीमो का गठन किया गया। जिसमें डीसीपी मध्य की सर्विलांस टीम भी शामिल थी। इन टीमों द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए दोनो अभियुक्तगणों अमित गुप्ता पुत्र स्व० जवाहर लाल गुप्ता निवासी सोनाडेह थाना घोसी जिला मऊ व विकास कुमार ताती पुत्र प्रेमी ताती निवासी ग्राम व पोस्ट अमारी थाना खैरा जनपद जमुई, बिहार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को इनके पास से 4 अदद मोबाइल व 2 एडमिट कार्ड व मूल ओएमआर की कार्बन कापी, कूटरचित आधारकार्ड मिला है।

पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि अभियुक्त अमित गुप्ता सीएचसी बांसडीह जनपद बलिया में मेडिकल आफीसर के रुप में तैनात है। अभियुक्त डॉ. अमित गुप्ता व विकास ताती के मोबाइल फोन से पता चला कि उनके द्वारा बड़ी धनराशि लेकर साल्वर गिरोह चलाया जा रहा है। पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि बेरोजगार युवकों से पैसे लेकर फर्जी आधार कार्ड व एडमिट कार्ड बनाकर उनके स्थान पर स्वयं व अन्य लोगों को बैठाकर परीक्षा पास कराने के नाम पर धन उगाही का काम करते थे। पुलिस इनसे और अभी पूछताछ कर रही है। जिसके बाद इन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा। 

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