कानपुर में उफान पर गंगा : सड़क पर आई ग्रहस्थी, बैराज मार्ग पर बीत रही रातें, पलायन हुआ तेज
बिठूर और ख्योरा कटरी के 22 गांव में हाहाकार, टेंट लगाकर ले रहे शरण
कानपुर, अमृत विचार। गंगा के उफान से कई गांवों में उथल-पुथल मची है। मंगलवार को तेजी से कई गांव में बाढ़ का पानी बढ़ा है। इससे पलायान भी तेज हो गया। गांव से निकलकर ग्रामीणों की गृहस्थी सड़क पर आ गई है। जानवरों को भी बैराज मार्ग पर बांधा गया है। यहीं खटिया व अन्य खाद्य सामग्री लाकर लोगों की रातें कट रही हैं। बिठूर और ख्योरा कटरी के 22 गांव में हाहाकार है। टेंट लगाकर लोग शरण लेने को मजबूर हैं।
जलस्तर बढ़ने से घाटों से सटे बिठूर, ख्योरा कटरी और शहरी क्षेत्र में घरों में पानी घुस गया है। लोगों ने गंगा बैराज में टेंट लगाकर शरण ली है। सोमवार दोपहर को बैराज पर गंगा का जलस्तर 114.87 मीटर था। रात होते होते इसमें 9 सेंटीमीटर की और बढ़ोतरी हो गई। इससे ख्योरा कटरी, बिठूर कटरी और शहरी क्षेत्र में हालात और खराब हो गए। बाढ़ के पानी ने बिठूर कटरी के प्रतापपुर हरी, ईश्वरीगंज, पपरिया, हिंदुपुर को भी चपेट में ले लिया।
पहले से चपेट में आए भगवानदीनपुरवा, भोपालपुरवा, लक्ष्मनपुरवा, गिल्लीपुरवा, बनियापुरवा, दुर्गापुरवा, मक्कापुरवा के अलावा बिठूर कटरी के तिसजा, नया डल्लापुरवा, पुराना डल्लापुरवा, हृदयपुर, चिरान में हालात और ज्यादा बदतर हो गए। दो हजार से अधिक बीघा खेत में लगी सब्जी की फसल पानी में डूब गई है। करीब 150 परिवारों ने गृहस्थी और पशुओं समेत गंगा बैराज पर अस्थायी टेंट लगाकर शरण ली है।
नगर निगम की ओर से यहां मंगलवार को फागिंग कराई गई है। भगवानदीनपुरवा में सबसे ज्यादा हालात खराब हैं। गांव के सभी घरों में पानी भरा है। तीन दर्जन से अधिक दुधारू पशु बाढ़ के पानी में फंस गए हैं। इन्हें अब बैराज पर लाना मुश्किल है क्योंकि पानी का बहाव तेज है और सड़क किनारे खेतों में चारों तरफ कटीले तारों की बाड़ है। मंगलवार को बड़ी संख्या में लोगों ने बाढ़ से निकलकर सुरक्षित स्थानों में शरण ली है।
गंगा की हालत:
अप स्ट्रीम में पानी 114.96 मीटर
डाउन स्ट्रीम 114.46 मीटर
शुक्लागंज 113.21 मीटर
कानपुर से छोड़ा गया पानी 486282 क्यूसेक
हरिद्वार से छोड़ा गया पानी 64820 क्यूसेक
नरोरा से छोड़ा गया पानी 115180 क्यूसेक
