Nepal Gen-Z Protest: यूपी-उत्तराखण्ड बॉर्डर पर भी मंडराया खतरा, खुफिया एजेंसियों ने दी चेतावनी, 73 चेकपॉइंट्स पर हाई अलर्ट

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार। पड़ोसी देश नेपाल की हिंसा के बाद वहां बदतर हालातों के बीच भारतीय सीमाओं पर भी खतरा भांपा जा रहा है। केंद्रीय एजेंसियां ने सचेत किया है कि नेपाल में ताजा संकट का फायदा उठाकर शरारती तत्व भारत के सीमावर्ती इलाकों में अशांति पैदा कर सकते हैं। बढ़ी सतर्कता रणनीति में 24 घंटे गश्त और एंट्री पॉइंट्स पर सख्त चेकिंग की जा रही है। साथ ही 73 चेकपॉइंट्स हाई अलर्ट पर हैं।

खासकर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार में हाई सिक्योरिटी तैनात की गई है। उत्तर प्रदेश के सात सीमावर्ती जिलों पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज में सतर्कता बढ़ा दी गई है। अधिकारियों के मुताबिक, खुफिया इनपुट्स में कहा गया है कि नेपाल संकट की आड़ में असामाजिक तत्व हिंसा भड़का सकते हैं और यूपी, उत्तराखंड क्षेत्र में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए, भारत-नेपाल बॉर्डर पर तैनात सिक्योरिटी फोर्सेस को हाई अलर्ट कर दिया गया है।

इसमें उत्तराखंड पुलिस, यूपी पुलिस, बिहार पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) शामिल हैं। सभी मिलकर बॉर्डर की निगरानी बढ़ा रहे हैं, ताकि कोई अशांति न हो। उत्तराखंड के चंपावत में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां से ही नेपाल का महेंद्रनगर जुड़ता है। पिथौरागढ़ के धारचूला में भी सीमा पर नजर रखी जा रही हैं। स्थानीय लोग परेशान हैं, क्योंकि उनके रिश्तेदार नेपाल में फंसे हैं। सिक्योरिटी अफसरों ने बॉर्डर पर सर्विलांस बढ़ा दिया है, ताकि कोई संदिग्ध न निकले। बिहार के मधुबानी में एसएसबी बॉर्डर पोस्ट्स पर तैनात है। यहां मधुबानी पुलिस पूरी तरह अलर्ट है। सभी बॉर्डर थाने हाई अलर्ट पर हैं। बॉर्डर पार करने वालों की कागजी पहचान चेक हो रही है।

उत्तर प्रदेश के भी कई नागरिक नेपाल में फंसे

नेपाल में चल रहे हिंसक प्रदर्शन के बीच भारत के 36 पर्यटकों का एक समूह वहां फंस गया है। सभी कैलाश मानसरोवर दर्शन करने गये थे। इसमें नौ अयोध्या के और छह लोग लखनऊ के रहने वाले हैं। अन्य पीलीभीत के व कुछ लोग साउथ कोरिया के निवासी हैं। समूह में सात महिलाएं भी हैं। सभी एक सितंबर को कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गए थे। वहां से सभी बुधवार सुबह हेलीकॉप्टर से चीन-नेपाल के बॉर्डर पर हिलसा गांव पहुंचे हैं। 

खबर लिखे जाने के समय सभी हुमला-9 माउचू गांव के होटल स्नो लायन में रुके थे। लखनऊ के इंदिरा नगर सी-ब्लॉक निवासी व्यवसायी प्रदीप सचदेवा व अयोध्या के शक्ति बिहार कॉलोनी निवासी सुशील राजपाल ने बताया कि यहां ऑक्सीजन की कमी है और हवा बहुत ठंडी है। उन्होंने बताया कि हम पीएमओ कार्यालय से लेकर नेपाल के उच्चायुक्त तक सभी के संपर्क में हैं। हमें भरोसा है कि सभी सकुशल घर वापसी करेंगे।

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