कानपुर : मिश्री बाजार धमाके के बाद सेंट्रल इंटेलिजेंस यूनिट भी सक्रिए

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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विस्फोट के बहाने सोशल मीडिया से माहौल बिगाड़ने की कोशिश, बाजार में खुफिया तैनात

कानपुर, अमृत विचार। त्योहार से पहले मिश्री बाजार में हुआ धमाका निम्न घनत्व का रहा हो लेकिन धमाके के बाद प्रदेश के साथ सेंट्रल की इंटेलिजेंस भी एक्टिव हो गई हैं। एनआईए, एटीएस और लोकल क्राइम ब्रांच ने दो दिन छानबीन की अब सेंट्रल एजेंसी भी शुक्रवार को कानपुर पहुंची।

एनआईए व एटीएस की रिपोर्ट की जानकारी ली और देर शाम अपनी एक रिपोर्ट तैयार कर गृह मंत्रालय को भेजी है। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को बाजार का माहौल सामान्य रहा, लेकिन सोशल मीडिया पर चल रहे संदेशों से लोग असहज रहे। सुरक्षा एजेंसियों ने पुलिस अधिकारियों से लगातार अलर्ट रहने का इशारा किया है। सोशल मीडिया पर दिखे संदेशों के संकेतों ने माहौल खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

मिश्री बाजार विस्फोट के बाद तीसरे सोशल मीडिया पर फ्लैश हो रहे संदेशों की चर्चा रही। पाकिस्तानी झंडे लगे अकाउंट से जो मैसेज फ्लैश हुए, उसमें लिखा था कि कानपुर के मिस्री बाजार में मरकज मस्जिद के पास दो स्कूटर में धमाका हुआ। धमाके में सेना के आठ जवान मारे गए हैं। एक्स पर कथित विदेशी हैंडल से धमाके से जुड़ी खबर फ्लैश होने के बाद प्रदेश व सेंट्रल की इंटेलिजेंस यूनिट हरकत में आई।

वहीं पुलिस कमिश्नर ने किसी भी आतंकी घटना से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि घटना में किसी आतंकी संगठन का हाथ नहीं है। लेकिन पाकिस्तान के झंडे लगे अकाउंट से जो मैसेज चलाए गए। उनके पीछे बड़ी साजिश लग रही है। इस पर हम दो तरह की जांच कर रहे हैं। पहली यह कि अकाउंट किस एक्स एड्रेस पर चलाए जा रहे थे। अकाउंट पाकिस्तान से हैंडल किए गए या भारत के किसी शहर से चलाए जा रहे थे।

दूसरा मस्जिद के पास धमाका और सेना के आठ जवान मारे जाने की सूचना ही क्यों चलाई गई। इसका मकसद क्या था। दरअसल विस्फोट में पुलिस को चोरी की स्कूटी मिली। अब्दुल बिलाल की दुकान के सामने ये धमाका हुआ। सीसीटीवी में बिलाल का भाई स्कूटी पर बैठा मिला है। जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है। 

दुकानों में अभी भी अवैध पटाखों का भंडारण 

स्थानीय दुकानदारों व पुलिस सूत्रों का मानना है कि अभी भी दुकानों में अवैध रूप से पटाखों का भंडारण किया गया है। जिसकी वजह से दुकानदार डर के कारण दुकानें बंद किए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार फुटकर आतिशबाजी का लाइसेंस बनने के बाद दुकानों से माल निकाला जाएगा। जिससे दुकान बंद किए हैं। आतिशबाजी के कारोबारी चोरी छिपे माल भरकर बाद में बेचते हैं। 

जुमे के कारण सड़कों पर अलर्ट रही पुलिस

मिश्री बाजार में धमाके के दो दिन बाद ही जुमा और सोशल मीडिया पर असहज मैसेज के कारण शुक्रवार को पुलिस बेहद ही अलर्ट मोड में रही। अतिरिक्त संवेदनशीलता को देखते पुलिस अधिकारी भी सड़क पर उतरे, माहौल देखा। सभी संवेदनशील और अति संवदेनशील इलाकों में गश्त कर अपनी मौजूदगी का संदेश दिया।

साथ ही शहर का माहौल बिगाड़ने का मंसूबा रखने वालों को घरों में ही कैद रहने पर मजबूर किया। पुलिस कमिश्नर, संयुक्त पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था, सभी डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी सड़क व मुख्य चौराहों पर मौजूद रहे। ड्रोन से निगरानी हुई। 

कोतवाली व मूलगंज पुलिस की लापरवाही 

मेस्टन रोड से गुजरने वाला हर शहरी जानता है कि मूलगंज से कोतवाली तक हर साल करवाचौथ से लेकर दीपावली तक चोरीछिपे और मेजें लगाकर धड़ल्ले से पटाखा बिक्री होती है। बच्चे भी गलियों से पटाखा लाकर मोलभाव करके बेचते हैं। खुलेआम बच्चों की आतिशबाजी और गलियों से राकेट से लेकर आकाशीय आतिशबाजी तक लाकर बेचा जाता है। इसकी जानकारी मूलगंज और कोतवाली पुलिस को भी थी। इसके बाद भी इतना बड़ा भंडारण हो गया और पुलिस को पता नहीं, यह बड़ी लापरवाही है। 

बाजार में शुरू हुआ आना-जाना 

गृहस्थी का जरूरी और जरूरत की हर सामान मिश्री बाजार में मिलता है। इसलिए लोग सीधा यहीं पहुंचते हैं और वाजिद कीमत के कारण जमकर खरीदारी करते हैं। यहीं कारण है कि शुक्रवार को बाजार खुली और लोगों का आना-जाना भी शुरू हो गया।

चहल-पहल रही, लोगों ने खरीदारी भी की। वहीं दुकानदारों ने बताया कि जो खरीदारी होती थी, उसकी तुलना में बहुत कम है। कम लोग भी आए। सुरक्षा के लिए पुलिस व पीएसी तैनात रही। हर आने-जाने वालों पर पुलिस की नजर रही। खुफिया टीम भी गुपचुप नजर रखे रही।

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