कानपुर : मोटापा सिर्फ डायबिटीज ही नहीं, दिल व हड्डी रोग का भी मुख्य कारण

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Published By Deepak Mishra
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कानपुर, अमृत विचार। आधुनिक युग में अधिक मेहनत न करनी पड़ी, इसलिए लोग कई प्रकार के गैजेट्स व आरामदायक चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्वास्थ्य फूड का अधिक सेवन करने के बजाये फास्ट फूड की ओर अधिक रूचि दिखा रहे है, जिसकी वजह से लोगों में मोटापा बढ़ रहा है, खासकर महिलाओं व युवावस्था के लोग इससे अधिक ग्रस्त हो रहे है।
 
इसके अलावा तनाव और नींद की कमी भी मोटापा बढ़ाने पर सहायक सिद्ध हो रहे है। मोटापा से सिर्फ डायबिटीज ही नहीं, बल्कि लोगों में दिल व हड्डी रोगों की समस्या बढ़ रही है। यह जानकारी बैंगलोर से आईं डॉ.शोभा गुडी ने दी। स्वरूप नगर स्थित होटल रॉयल क्लिफ में शनिवार को कानपुर मेनोपॉज समिति व कानपुर ओब्स एंड गायनी समिति ने मोटापा एक वृहद समस्या और इसके समाधान पर कार्यशाला का आयोजन किया।
 
बैंगलोर से आईं डॉ.शोभा गुडी ने बताया कि आरामदायक जीवनशैली और तनाव से वर्तमान में लोगों में मोटापा बढ़ने की समस्या देखी जा रही है। कुछ मरीजों से जानकारी ली गई तो पता चला कि भागदौड़ भारी जिंदगी में उनके पास स्वस्थ फूड के लिए समय नहीं है, बाजार में आसानी से उपलब्ध फास्ट फूड का सेवन अच्छा लगता है और पेट भी भर जाता है। समय भी बच जाता है। लेकिन यह फास्ट फूड सेहत को नुकसान पहुंचाने और मोटापा के साथ कई बीमारियों की जड़ साबित हो रहे हैं।
 
वहीं, तनाव में कोर्टिसोल हार्मोन निकलता है, जो भूख बढ़ाता है और पेट पर चर्बी जमा करता है। तनाव से नींद पूरी नहीं होने से शरीर के हार्मोन असंतुलित होते हैं और वजन बढ़ने लगता है। वहीं, देर रात को खाना से भी मोटापा व पेट की चर्बी बढ़ने की समस्या महिलाओं, युवतियों और बच्चों में देखी जा रही है। ऐसे में बचाव बहुत जरूरी है, क्योंकि मोटापा न सिर्फ डायबिटीज, बल्कि हाइपरटेंशन, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल, थायराइड दिल की बीमारी व हड्डी रोगों का मुख्य कारण है।
मोटापा ग्रस्त व्यक्ति को इन रोगों को मुफ्त में सामना करना ही पड़ जाता है। उन्होंने कार्यशाला में मोटापा कम करने वाली दवा, तकनीक व थेरेपी की जानकारी दी। इस दौरान डॉ. कल्पना दीक्षित, डॉ. शैली अग्रवाल डॉ.रेशमा निगम, डॉ. प्रतिमा वर्मा, डॉ.रश्मि भूषण, डॉ. किरन सिन्हा, डॉ. रेनू गुप्ता, डॉ.संगीता सारस्वत, डॉ.रीता मित्तल, डॉ. कंचन श्रीवास्तव, डॉ. रीना कॉल, डॉ.आकांक्षा लूबा, डॉ. विनीता अवस्थी, डॉ. रमितआहूजा, डॉ. अर्चना त्रिवेदी समेत आदि डॉक्टर मौजूद रही।
 
महिलाओं में मोटापा की ये भी वजह 
डॉ.मीरा अग्निहोत्री ने बताया कि जरूरत से ज्यादा खाना और शारीरिक गतिविधि न करने से शरीर अतिरिक्त कैलोरी को वसा के रूप में जमा करता है, जिससे पेट व कमर में चर्बी बढ़ने लगती है। डॉ. किरण पांडे ने बताया कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम भी महिलाओं में वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। रजोनिवृत्ति में हार्मोनल बदलाव के कारण पेट के आसपास वसा जमा हो सकती है। मोटापे का मुख्य कारण ऊर्जा का असंतुलन है। इसका संतुलन बेहद जरूरी है। ऐसे में प्रोसेस्ड फूड, चीनी वाले पेय और जंक फूड के सेवन से परहेज करना चाहिए और व्यायाम जरूर जरूर करना चाहिए।
 
ऐसे करे बचाव
 
  1. योग, ध्यान  व गहरी सांस लेने के व्यायाम करें।
  2. संतुलित आहार: फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज लें।
  3. लीन प्रोटीन लें और जंक फूड व मीठे पेय पदार्थ से बचें।
  4. हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम जरूर करें।
  5. सात से आठ घंटे की पर्याप्त नींद जरूर लें।
  6. ध्यान से खाएं और खाने की मात्रा पर ध्यान दें।
  7. भूख न होने व किसी के कहने पर जबरदस्ती खाने से बचें।
  8. तनाव डायरी मेनटेन करे, नजर रखे कब और किस कारण तनाव बढ़ा।

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