लखनऊ: रोडवेज समझकर डग्गामार बस में बैठ गए यात्री, और फिर…

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

लखनऊ, अमृत विचार। चारबाग बस अड्डे के सामने खड़ी बस को यात्री रोडवेज की बस समझकर बैठ गए। यह जानकारी जब रोडवेज के एक नेता को हुई तो मौके पर पहुंचकर सभी सवारियों को नीचे उतारा और बस अड्डे से रोडवेज की बस से रवाना किया। शनिवार को चारबाग बस अड्डे के सामने से डग्गामार …

लखनऊ, अमृत विचार। चारबाग बस अड्डे के सामने खड़ी बस को यात्री रोडवेज की बस समझकर बैठ गए। यह जानकारी जब रोडवेज के एक नेता को हुई तो मौके पर पहुंचकर सभी सवारियों को नीचे उतारा और बस अड्डे से रोडवेज की बस से रवाना किया। शनिवार को चारबाग बस अड्डे के सामने से डग्गामार बसें सवारियों को बैठा रही थी। इस दौरान रोडवेज कर्मी ने बस के चालक को रंगे हाथों पकड़ लिया। मौके पर आरटीओ चेकिंग को सूचना दी। उनके नहीं पहुंचने पर दोनों डग्गामार बसों को नाका पुलिस थाने को सौंपकर बंद करा दिया गया।

चारबाग बस अड्डे के ठीक सामने दो डग्गामार बसें अयोध्या, बस्ती, गोरखपुर की सवारी भर रहे थे। सेंट्रल रीजनल वर्कशाप कर्मचारी संघ के महामंत्री जसवंत सिंह मौके पर पहुंचकर बस की पड़ताल की। जहां बिना परमिट बस में बैठे यात्रियों को नीच उतार दिया। मौके पर स्थानीय पुलिस बुलाकर बस को सौंप दिया गया। जांच में दोनों बसें बाराबंकी आरटीओ कार्यालय से पंजीकृत मिलीं। बता दें कि किसी भी बस अड्डे के 100 मीटर के भीतर बिना परमिट वाहन सवारियों को नहीं बैठा सकते।

बस दुर्घटना होती तो नहीं मिलता मुआवजा
चारबाग बस अड्डे के एआरएम काशी प्रसाद ने बताया कि जो बसें पकड़ी गई है उसका रोडवेज से कोई लेना देना नहीं है। इस तरह के बिना परमिट डग्गामार बस दुर्घटनाग्रस्त होने पर यात्रियों को किसी प्रकार का कोई मुआवजा नहीं मिलेगा। क्योंकि रोडवेज बस का टिकट से ही यात्रियों को बीमा होता है। इसी आधार पर मुआवजा भी मिलता है।

संबंधित समाचार