बरेली: जर्जर सड़क और गंदे पानी से परेशान रहपुरा चौधरी वाले
अमृत विचार, बरेली। रहपुरा चौधरी के लोग नरक झेल रहे हैं। महीनों से जलभराव, चोक नालियों और सीवर लाइन की लीकेज समस्या से जूझ रहे हैं। टूटी सड़क और उसमें भरा गंदा पानी रोज लोगों की दिक्कतों को बढ़ा रहे हैं। स्थानीय लोगों के साथ राहगीरों के लिए भी टूटी सड़कें मुसीबत बन गई हैं। …
अमृत विचार, बरेली। रहपुरा चौधरी के लोग नरक झेल रहे हैं। महीनों से जलभराव, चोक नालियों और सीवर लाइन की लीकेज समस्या से जूझ रहे हैं। टूटी सड़क और उसमें भरा गंदा पानी रोज लोगों की दिक्कतों को बढ़ा रहे हैं। स्थानीय लोगों के साथ राहगीरों के लिए भी टूटी सड़कें मुसीबत बन गई हैं। आए दिन लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। शिकायत करने के बाद भी नगर निगम में सुनवाई नहीं हो रही है। क्षेत्र पार्षद व विधायक से शिकायतें करके लोग हताश हो चुके हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह सड़क महलुआ, परतापुर, शिकारपुर, गोविंदापुर व शाही-शेरगढ़ तक के 10 से भी ज्यादा गांवों को जोड़ती है। इसकी वजह से इस सड़क पर वाहनों की आवाजाही भी ज्यादा रहती है। छोटे वाहनों के अलावा यहां से मिट्टी व रेत की भरी ट्रॉलियां और अन्य बड़े व भारी वाहन भी गुजरते हैं।
इसी मार्ग पर सरकारी व प्राइवेट स्कूल भी बने हैं। स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को भी दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। लोगों ने बताया कि यहां की सीवर लाइन पिछले सप्ताहभर से लीक हो रही थी। इस वजह से गंदा पानी सड़क के ऊपर बह रहा था। करीब चार दिन पहले शिकायत करने के बाद जल निगम के कर्मचारियों ने शुक्रवार को आकर सड़क खोदी।
पाइप लाइन चेक करने पर पता चला कि घरों में जाने वाली पानी की प्लास्टिक पाइप लाइन रोड के ऊपर दबाव पड़ने से टूट गई थी। तीन दिन तक काम करने के बाद शुक्रवार को पाइप लाइन को दुरुस्त किया गया, लेकिन सड़क को मिट्टी व रोड़े से पाट कर चले गए। इलाके के लोगों ने बताया कि सड़क पर पानी और गड्ढों की वजह से कई बार हादसे भी हो चुके हैं। कई बार ई रिक्शा, छोटा हाथी, टेंपो व अन्य वाहन पलट चुके हैं जिसमें कई लोगों को चोट भी लग चुकी है।
शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं है। कुछ लोगों ने कहा कि पानी की सप्लाई तो दी है लेकिन उसमें पानी कभी-कभी ही आता है और जब भी सप्लाई आती है तो गंदा पानी आता है। कई बार इसकी शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ शायद अखबार में छपने से हमारी बात अधिकारियों तक पहुंच सके।
बुढ़ापे में कहीं आने जाने में दिक्कत की वजह से एक किराना की छोटी सी दुकान खोली थी, लेकिन इस रोड के खराब होने की वजह से कोई पहुंच ही नहीं पाता है। थोड़ी बहुत आमदनी हो जाती थी, अब तो वह भी बंद हो गई।– साबिर खां
मस्जिद जाने का यह मुख्य रास्ता है। नमाज पढ़ने के लिए जाते समय बहुत मशक्कत के साथ सड़क से निकलना पड़ता है। कई बार नमाज के कपड़े भी गंदे हो जाते हैं।– यूनिस खां
बुजुर्ग हूं घर से नाती-पोतों के साथ निकलता हूं तो डर रहता है कि कहीं मेरे या बच्चे के चोट न लग जाए। हिम्मत नहीं होती टूटी सड़क पर जाने की लेकिन कभी-कभी जरूरी कामों की वजह से जाना पड़ता है।– आबिद खुर्शीद हाजी
सड़क के दोनों तरफ की नालियां चोक हैं जिसकी वजह से नालियों का गंदा पानी सड़क के ऊपर बहता है। सफाई कर्मचारी भी नहीं आते हैं। सड़क की हालात इतनी खराब है। फिर भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। –अच्छन खां
