पार्थ सुसाइड केस में दर्ज हुई एफआईआर,सीएम योगी की नाराजगी के बाद एक्शन में आई पुलिस

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इंटरनेट मीडिया सेल में तैनात रहे पार्थ श्रीवास्तव सुसाइड केस में इंदिरानगर थाने में शनिवार को एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच भी शुरू हो गई है। जबकि इससे पहले मृतक के परिजनों की ओर से तहरीर नहीं दी गयी थी। शनिवार को मृतक के परिजन थाने …

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इंटरनेट मीडिया सेल में तैनात रहे पार्थ श्रीवास्तव सुसाइड केस में इंदिरानगर थाने में शनिवार को एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच भी शुरू हो गई है। जबकि इससे पहले मृतक के परिजनों की ओर से तहरीर नहीं दी गयी थी।

शनिवार को मृतक के परिजन थाने पहुंचे और उसके बाद एफआईआर दर्ज की गई। एफआईआर के बारे में जानकारी देते हुए थाना प्रभारी अजय प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि परिजनों की ओर से तहरीर मिलने के बाद केस दर्ज किया गया है।

वहीं दूसरी ओर एफआईआर की जानकारी पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने अपने ट्वीट के माध्यम से भी दी है। इस मामले में पार्थ श्रीवास्तव के पिता ने पुष्पेन्द्र सिंह तथा शैलजा के दबाव के कारण ही पार्थ को आत्महत्या पर मजबूर होने का आरोप लगाकर इनके खिलाफ केस दर्ज करने के लिए तहरीर दी है।

सीएम योगी की नाराजगी के बाद एक्शन में आई पुलिस

इस संबंध में सूत्रों का कहना है कि मृतक पार्थ श्रीवास्तव के परिजनों की ओर से एफआईआर दर्ज करने की मांग की गयी थी, लेकिन घटना के तीसरे दिन जब सीएम योगी ने नाराजगी जाहिर कि तो मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि तहरीर न मिल पाने से मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था। मुकदम दर्ज न करने वाली कोई बात नहीं थी।

सुसाइड नोट में लिखे नाम भी किए गये दर्ज

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में पार्थ ने अपने सुसाइड नोट में जिनका जिक्र किया था, उनको भी नामजद किया गया है। जल्द ही सभी आरोपियों के बयान लेकर आगे की कार्रवाई शुरू की जायेगी। इस मामले में पार्थ श्रीवास्तव के साथ काम करने वाले पुष्पेन्द्र सिंह तथा शैलजा के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज किया गया है। मरने से पहले पार्थ ने इंटरनेट मीडिया पर सुसाइड नोट को पोस्ट किया था।

पुलिस पर लग रहा था लीपापोती का आरोप

इस मामले में एफआईआर न दर्ज होने से पुलिस पर भी केस में लीपापोती का आरोप लग रहा था, दरअसल मामला हाई प्रोफाइल होने से और भी ज्यादा तूल पकड़ रहा था। उधर बीते शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को पत्र लिखकर पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने एफआईआर दर्ज कराये जाने की मांग की थी।