रामनगर: शहीद हिमांशु की अंतिम यात्रा में उमड़ा जन सैलाब

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रामनगर, अमृत विचार। शहीद हुए हिमांशु नेगी का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। हिमांशु की शवयात्रा में हजारों की संख्या में लोगों ने रामनगर मोक्षधाम पहुंच कर देश के इस अमर सपूत को अंतिम विदाई दी। चिता को मुखग्नि उसके दोनों भाइयों ने दी। शनिवार को  पांडे कालोनी हेमपुर(काशीपुर) से …

रामनगर, अमृत विचार। शहीद हुए हिमांशु नेगी का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। हिमांशु की शवयात्रा में हजारों की संख्या में लोगों ने रामनगर मोक्षधाम पहुंच कर देश के इस अमर सपूत को अंतिम विदाई दी। चिता को मुखग्नि उसके दोनों भाइयों ने दी। शनिवार को  पांडे कालोनी हेमपुर(काशीपुर) से रामनगर के बीच ऐसा मंजर था कि लोगों के आंखों में आंसू तो थे, मगर आंखों में अपने शहर के सेना के वीर शहीद जवान के प्रति एक गर्व की अनुभूति भी साफ दृष्टिगोचर हो रही थी।
 बता दे कि शहीद हिमांशु नेगी का पार्थिव शरीर लेकर 7 कुंमांऊ रेजीमेंट की  टीम हसीमारा, सिक्किम से उनके घर पहुंची थी। जिसमें सूबेदार जगत सिंह, हवलदार राजेंद्र सिंह, हवलदार गणेश चौधरी व हवलदार महेंद्र सिंह शामिल थे।
पूरे रास्ते सड़क के दोनों ओर हजारों की संख्या में लोग शहीद हिमांशु को अंतिम विदाई देने के लिए घंटो खड़े रहे। लोगों का हुजूम ऐसा था कि महज बीस किलोमीटर की यात्रा को रामनगर पहुंचने में ही तीन घंटे का वक्त लग गया। शहीद हिमांशु नेगी अमर रहे, भारत माता की जय, वंदेमातरम् के उद्घघोष ने साबित कर दिया कि देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले जनमानस के दिलो में हमेशा राज करते रहेंगे।
 सैन्य अधिकारियों ने किए पुष्प चक्र अर्पित
– रामनगर मोक्ष धाम में शहीद हिमांशु  को एडम कमान्डेंट हल्द्वानी कर्नल संजय वाशिंगटन के नेतृत्व में पुष्पांजलि अर्पित कर 5685 एएससी बटालियन के उप कमान अधिकारी ले.कर्नल जगदीश विश्नोई, एड्जूडेंट कैप्टन महक रतूड़ी, नायब सूबेदार एस मजूमदार, नायब सूबेदार शमन्तो पाल एवं 22 जवानों द्वारा शस्त्र झुकाकर अंतिम सलामी दी गयी।
तिरंगे ध्वज में लिपटे शहीद हिमांशु नेगी को रामनगर में एसडीएम विजयनाथ शुक्ल,  उत्तराखंड पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष सूबेदार मेजर नवीन चन्द्र पोखरियाल, पूर्व सैनिक कल्याण एवं उत्थान समिति के अध्यक्ष सूबेदार मेजर कुलवंत सिंह, सचिव व पार्षद व पूर्व सैनिक भुवन डंगवाल, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास हल्द्वानी से ब्लाक प्रतिनिधि चन्द्र मोहन सिंह मनराल, भगवत सिंह चौहान, पूर्व सैनिक लीग कुण्डेश्वरी से कैप्टन बीएस नेगी, कैप्टन जगमोहन सिंह, सूबेदार किशन सिंह, सूबेदार वीरेंद्र सिंह रावत, पूर्व सैनिक लीग कालाढूंगी से नवीन चन्द्र, कमलेश बुढलाकोटी, जसवंत सिंह बिष्ट, नरेंद्र सिंह नेगी, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास सहायक अधिकारी सूबेदार मेजर भगवत सिंह रावत ने अपना अंतिम विदाई दी।
 स्थानीय लोग भी हुए शामिल
हिमांशु नेगी की शवयात्रा में स्थानीय लोग भी शामिल हुए। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले लोगों  में  भाजपा के दिनेश मेहरा, इन्दर सिंह रावत, जगमोहन सिंह बिष्ट, गणेश रावत, कृपाल सिंह बिष्ट, कैप्टन बलवंत सिंह रावत, कांग्रेस के हेम भट्ट, आप पार्टी के शिशुपाल सिंह रावत, यूथ फाउंडेशन के तेजेश्वर घुग्तियाल, कम्पनी हवलदार मेजर मंगल सिंह रावत सहित भारी संख्या में यूथ फाउंडेशन पीरूमदारा के छात्र,  समाज सेवी व बुद्धिजीवी उपस्थित थे।
सिक्किम में हुई थी दुर्घटना
आपको बता दें कि बुधवार को सिक्किम में 7 कुमाऊं रेजीमेंट का एक  जवानों से भरा वाहन खाई में जा गिरा था  जिसमें उत्तराखंड के  2 जवान शहीद हो गए थे। सिपाही बृजेश रौतेला पुत्र गोविंद सिंह ताड़ीखेत, रानीखेत के निवासी थे और सिपाही हिमांशु नेगी पुत्र हीरा सिंह नेगी हेमपुर जिला ऊधमसिंहनगर के निवासी थे।पूर्वी सिक्किम में सेना के जवानों को ले जा रहा एक वाहन  बुधवार को खाई में जा गिरा था जिससे चार जवानों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
दो साल पहले हुए थे भर्ती 
7 कुमाऊं रेजीमेंट के 23 वर्षीय शहीद जवान सिपाही हिमांशु नेगी, पाण्डे कोलोनी हेमपुर जिला ऊधमसिंहनगर के निवासी थे। वे दो वर्ष पूर्व ही सेना में भर्ती हुए थे। उनके पिता का नाम हीरा सिंह नेगी व माता का नाम श्रीमती कमला नेगी है। हिमांशु अपने परिवार में सबसे बड़े थे। उनके परिवार एक छोटी बहन व दो भाई हैं। हिमांशु के ऊपर ही परिवार निर्भर था। शहीद सिपाही हिमांशु नेगी  पीरूमदारा स्थित “यूथ फाउंडेशन” से कोचिंग प्राप्त कर फौज में भर्ती हुए थे।
बेटे की शहादत पर फक्र, दूसरे बेटे को भी फौज में भेजूंगा
शहीद हिमांशु नेगी के पिता से जब उनके बेटे की शहादत के बारे में कुछ बोलने को कहा गया तो उन्होंने नम आंखों से भावुक स्वर में कहा, मुझे अपने बेटे की शहादत पर फक्र है, देश की सेवा के लिए मैं अपने दूसरे बेटे को भी सेना में भेजूंगा।

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