बरेली: जिम सेंटरों में लौटेगी रौनक, लोग फिर बनाएंगे अपनी सेहत
बरेली, अमृत विचार। शरीर को फिट रखने का सबसे प्रमुख जरिया व्यायाम को माना जाता है। ज्यादातर युवा इसके लिए जिम जाते हैं लेकिन कोरोना की वजह से लंबे समय से जिम बंद हैं। जिम बंद होने से जिम संचालकों की भी आर्थिक सेहत खराब हो गई है। अब एक बार फिर जिम खुलने से …
बरेली, अमृत विचार। शरीर को फिट रखने का सबसे प्रमुख जरिया व्यायाम को माना जाता है। ज्यादातर युवा इसके लिए जिम जाते हैं लेकिन कोरोना की वजह से लंबे समय से जिम बंद हैं। जिम बंद होने से जिम संचालकों की भी आर्थिक सेहत खराब हो गई है। अब एक बार फिर जिम खुलने से लोगों की सेहत तो ठीक होगी, साथ ही जिम संचालकों की आर्थिक स्थिति भी ठीक होगी। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए जिमों को संचालन किया जाएगा।
जिले में 30 छोटे और 25 बड़े जिम हैं जो लॉकडाउन के बाद पूरी तरह से बंद थे। उपयोग न होने के कारण जिम में रखे कई उपकरण खराब हो गए हैं। जिन जिम संचालकों का खुद का भवन है तो उन्हें तो कम परेशानी हुई लेकिन जो किराये के भवन में जिम चला रहे हैं, उनपर दोहरी मार पड़ी है। एक तो जिम बंद होने कारण कोई आय नहीं हो रही थी और भवन का किराया, बिजली का बिल जाता रहा।
सबसे ज्यादा वह जिम संचालक परेशान हैं जिन्होंने बैंक से ब्याज लेकर महंगी-महंगी मशीनें खरीदीं। सरकार की ओर से आदेश आने के बाद शहर में सोमवार से जिम खोले जाएंगे। जिम करने वाले लोगों ने संचालको से संपर्क करना शुरू कर दिया है। जिससे जिम संचालको के चेहरे पर मुस्कान वापस लौट रही है। जिम करने वाले लोग भी अपनी फिटनेस को चिंतित थे क्योंकि जिम बंद होने के कारण उनकी एक्सरसाइज बाधित हो रही थी।
जिम ट्रेनरों को हुई दिक्कत
जिम ट्रेनरों को संक्रमण काल में ज्यादा दिक्कत हुई । जिम बंद होने के बाद साथ उनकी आय भी बंद हो गई थी। जिससे उन्हें और उनके परिवार के लोगों को दिक्कत झेलनी पड़ी थी। अब जिम खोले जाने के आदेश के बाद उनके चेहरे पर भी मुस्कान लौट आई है। कई जिम संचालकों ने जिम ट्रेनरों से संपर्क करना शुरू कर दिया है।
जिम संचालकों की सुनिए
देवेंद्र गंगवार ने बताया कि उनकी रामपुर गार्डन में जिम है। बिजली का बिल और फुटकर खर्चे भी पेंडिग हैं। पिछले साल भी कोरोना की वजह से काफी दिन जिम बंद रहे। इस साल भी यही स्थिति रही। आज से जिम खुलेगी तो कुछ उम्मीद लग रही है। मशीनों का उपयोग न होने के कारण कई मशीनें जाम हो चुकी हैं।
पीलीभीत रोड स्थित जिम के संचालक राहिल का कहना है कि जिम से कई परिवारों की रोजी-रोटी चलती है। जिम खुलने से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी लेकिन कोरोना काल में हुए नुकसान की भरपाई तो कई सालों में पूरी हो पाएगी। लोगों से संपर्क किया जाएगा और कुछ लोग खुद से फोन कर रहें हैं।
शिव गार्डन कॉलोनी डोहरा रोड स्थित जिम के संचालक पंकज कुमार ने बताया कि कोरोना काल में जिम बंद हो जाने से हमें बहुत नुकसान झेलना पड़ा है। सेंटर के किराए से लेकर बिजली के बिल तो लगातार हमसे लिए जा रहे थे जबकि लॉकडाउन में सेंटर का गेट तक नहीं खोला गया। सरकार की ओर से हमें कोई मदद नहीं दी गई है।
