चाय की दीवानी है ये इंदौरी बंदरिया… बदल दिया बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद वाला मुहावरा

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इंदौर (मध्य प्रदेश)। बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद, यह कहावत आपने कई बार सुनी होगी। लेकिन इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर में खुले में घूमने वाली छह महीने की बंदरिया इसे गलत साबित कर रही है। चिड़ियाघर प्रबंधन के मुताबिक लंगूर प्रजाति की यह नन्ही बंदरिया अदरक वाली चाय की शौकीन है और अपनी …

इंदौर (मध्य प्रदेश)। बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद, यह कहावत आपने कई बार सुनी होगी। लेकिन इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर में खुले में घूमने वाली छह महीने की बंदरिया इसे गलत साबित कर रही है। चिड़ियाघर प्रबंधन के मुताबिक लंगूर प्रजाति की यह नन्ही बंदरिया अदरक वाली चाय की शौकीन है और अपनी इस खासियत के चलते दर्शकों का ध्यान खींच रही है।

चिड़ियाघर के प्रभारी उत्तम यादव ने मंगलवार को बताया, “इस बंदरिया को हमने टिया नाम दिया है। वह अदरक की चाय की शौकीन है और चिड़ियाघर में दर्शकों के लिए बनाए गए फूड जोन में इसकी रोज चुस्कियां लेती है।” उन्होंने बताया, “दर्शक, खासकर छोटे बच्चे नन्ही बंदरिया को चाय पीते देख खूब खुश होते हैं।”

यादव ने बताया कि इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर देपालपुर क्षेत्र में बंदरिया की मां की करीब छह महीने पहले बिजली के तार से करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी। उन्होंने बताया, “उस समय टिया (बंदरिया) की उम्र महज दो-तीन दिन रही होगी। उसकी मां की मौत के बाद ग्रामीणों ने उसे वन विभाग को सौंप दिया था। वन विभाग ने उसे बेहतर देखभाल के लिए चिड़ियाघर भेज दिया।”

यादव ने बताया कि नन्ही बंदरिया को चिड़ियाघर के अन्य जानवरों की तरह पिंजरे में कैद नहीं किया गया है और वह पूरे चिड़ियाघर में खुले में घूमती रहती है। उन्होंने कहा, “टिया अब हमारे चिड़ियाघर के कुनबे की सदस्य बन चुकी है और मेरा दफ्तर उसका सबसे पसंदीदा ठिकाना है।”

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