टनकपुर: भारतोली व धौन में मलवा आने से टनकपुर-पिथौरागढ़ मार्ग रहा बंद 

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टनकपुर, अमृत विचार। जनपद में पिछले 3 दिनों से हो रही बरसात से जनजीवन खासा प्रभावित रहा है। रुक-रुक कर हो रही बरसात के कारण  पूर्णागिरि मार्ग पर लगातार बोल्डर और पत्थर गिर रहे हैं। कई वाहन और श्रद्धालु पूर्णागिरि क्षेत्र में ही फंसे हुए हैं।  हनुमान चट्टी पर आए बोल्डर को नहीं हटाया जा …

टनकपुर, अमृत विचार। जनपद में पिछले 3 दिनों से हो रही बरसात से जनजीवन खासा प्रभावित रहा है। रुक-रुक कर हो रही बरसात के कारण  पूर्णागिरि मार्ग पर लगातार बोल्डर और पत्थर गिर रहे हैं। कई वाहन और श्रद्धालु पूर्णागिरि क्षेत्र में ही फंसे हुए हैं।  हनुमान चट्टी पर आए बोल्डर को नहीं हटाया जा सका है। मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट के बाद सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने 20 जुलाई तक श्रद्धालुओं के पूर्णागिरि जाने पर रोक लगा दी है।
टनकपुर पिथौरागढ़ मार्ग के धौन और भारतोली के पास मलवा आ जाने से मार्ग भी बाधित हो गया है, जिसके कारण पर्वतीय और मैदानी क्षेत्र को आने जाने वाले यात्रियों को भारी दिक्कतों से दो-चार होना पड़ा है। सोमवार की सुबह टनकपुर-पिथौरागढ़ हाइवे पर भारतोली के पास और दोपह दो बजे धौन के पास मलबा आने से कई घंटों तक एनएच जाम हो गया। सुबह जिले की तीन ग्रामीण सड़कें भी मलबा आने से बंद हो गई।
एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि पूर्णागिरि मार्ग ठुलीगाड़ से भैरव मंदिर तक बंद है। हनुमान चट्टी, जगदंबा मोड़, टुन्यास आदि क्षेत्रों में पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। जिसे देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा के लिए मंगलवार तक पूर्णागिरि यात्रा पर रोक लगा दी गई है।
इधर बारिश के कारण सोमवार की सुबह 6: 30 बजे टनकपुर- पिथौरागढ़ राजमार्ग पर भारतोली के पास मलबा गिर गया। एक घंटे बाद मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही सुचारू की गई। लेकिन दोपहर 1:38 बजे धौन के पास पहाड़ी दरकने से बड़ी मात्रा में मिट्टी के साथ गिरे पत्थरों ने वाहनों की आवाजाही पर फिर से ब्रेक लगा दिया।
समाचार लिखे जाने तक मार्ग नहीं खुल पाया था, जिससे कई यात्री दोनों और फंसे हुए हैं जबकि मलबे को हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। स्वाला, बेलखेत, चल्थी, टिपनटॉप आदि स्थानों में भी आंशिक रूप से मलबा गिरने के समाचार मिले हैं। राहत की बात यह है कि तीन दिन से जिले में कहीं भी मूसलधार बारिश नहीं हुई।
सोमवार को अमोड़ी-छतकोट, ठुलीगाड़-भैरव मंदिर, छिनकाछीना-थुवामौनी सड़क मलबा आने से बंद हो गई है। जबकि दो दिन से बंद बाराकोट- कोठेरा सड़क अभी भी  नहीं खुल पाई है जिससे ग्रामीण अंचलों के लोगों को आवाजाही में दिक्कतें आ रही हैं। इधर 20 जुलाई तक जिले में भारी बारिश के अलर्ट के बाद  जिलाधिकारी विनीत तोमर और पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने भी राजस्व और पुलिस महकमें को विशेष दिशा निर्देश दिए गए।
भैरव मंदिर के पास अभी भी फंसे श्रद्धालु
टनकपुर। रविवार को हनुमान चट्टी के पास आए बोल्डर को अभी तक नहीं हटाया जा सकता है अभी भी करीब दो दर्जन वाहन मार्ग न खुलने के कारण भैरव मंदिर टैक्सी स्टैंड के पास ही फंसी हुई हैं साथ ही कई यात्री पैदल चले गए हैं लेकिन अभी भी कुछ यात्री पूर्णागिरि क्षेत्र में ही फंसे पड़े हैं।सोमवार को ठुलीगाड़ और भैरव मंदिर के पास फिर से मलबा आ गया। सोमवार की सुबह 10 बजे तक लखनऊ, बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद आदि स्थानों से  मां पूर्णागिरि धाम को आए श्रद्धालुओं के दो दर्जन से अधिक वाहन ठुलीगाड़ में ही फंसे हुए थे। वहीं कई कई श्रद्धालु बिना मां के धाम के दर्शन किए ही वापस लौट रहे हैं। इधर स्थानीय प्रशासन ने अब बूम पुलिस चौकी से आगे वाहनों और श्रद्धालुओं की आवाजाही पर जाने से पूरी तरह से रोक लगा दिया है।

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