चीन को इस दीपावली पर लग सकता है 50 हजार करोड़ का चूना : गोयल

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प्रयागराज। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वदेशी उत्पादों की खरीद को बढ़ावा देने की अपील और विदेशी उत्पादों के प्रति आम लोगों के आकर्षण में कमी का असर भारतीय बाजार में दिखने लगा है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दीपावली के अवसर पर चीन को करीब 50 हजार करोड़ रुपये का व्यापार घाटा झेलने …

प्रयागराज। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वदेशी उत्पादों की खरीद को बढ़ावा देने की अपील और विदेशी उत्पादों के प्रति आम लोगों के आकर्षण में कमी का असर भारतीय बाजार में दिखने लगा है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दीपावली के अवसर पर चीन को करीब 50 हजार करोड़ रुपये का व्यापार घाटा झेलने का अनुमान व्यक्त किया है।

कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र गोयल ने शनिवार को बताया कि पिछले साल की तरह इस साल भी कैट ने ‘चीनी सामानों के बहिष्कार’ का आह्वान किया है और निश्चित रूप से देश के व्यापारियों एवं आयातकों ने चीन से आयात बंद कर दिया है। इसके कारण इस दीपावली के अवसर पर चीन को करीब 50 हजार करोड़ रुपये का व्यापार घाटा होने का अनुमान है। एक महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि पिछले साल से उपभोक्ता भी चीनी सामान खरीदने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इसके कारण भारतीय सामानों की मांग बढ़ने की पूरी संभावना है।

गोयल ने कहा कि हर साल रक्षाबंधन से नए साल तक के पांच महीने के त्योहारी सीजन के दौरान भारतीय व्यापारी और निर्यातक चीन से लगभग 70 हजार करोड़ रुपये का माल आयात करते रहे हैं। चीनी सामानों के बहिष्कार का कैट का आह्वान इस वर्ष चीनी व्यापार के लिए एक बड़ा झटका होने वाला है। इस मांग की पूर्ति के लिए देश भर के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों में भारतीय सामान का पर्याप्त बंदोबस्त कर लिया है।

कैट के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष विभु अग्रवाल ने कहा कि कैट की रिसर्च शाखा रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी की ओर से हाल ही में विभिन्न राज्यों के 20 शहरों नई दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, नागपुर, जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़, रायपुर, भुवनेश्वर, कोलकाता, रांची, गुवाहाटी, पटना, चेन्नई, बंगलुरू, हैदराबाद, मदुरै, पांडिचेरी, भोपाल और जम्मू में सर्वेक्षण कराया गया है।

उन्होने बताया कि सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है कि इस वर्ष अभी तक भारतीय व्यापारियों या आयातकों द्वारा दीपावली के सामान, पटाखों या अन्य समान वस्तुओं का कोई आर्डर चीन को नहीं दिया गया है। इस साल दीपावली को विशुद्ध रूप से ‘हिंदुस्तानी दिवाली’ के रूप में मनाया जाएगा। कैट के आशुतोष गोयल एवं गौतम अरोरा ने कहा कि इस वर्ष राखी उत्सव के दौरान चीन को लगभग 5000 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ।

गणेश चतुर्थी में 500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। यही प्रवृत्ति दीपावली में भी देखे जाने के चलते यह स्पष्ट रूप से इंगित होता है कि यह न केवल व्यापारी हैं जो चीनी सामानों का बहिष्कार कर रहे हैं बल्कि उपभोक्ता भी चीन से बने उत्पादों को खरीदने के इच्छुक नहीं हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “मेक इन इंडिया” और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में व्यापारिक समुदाय का एक मजबूत और ठोस योगदान है।

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