लखनऊ: अब मधुमेह मरीजों को मिलेगा इंसुलिन से छुटकारा: डॉ. पाण्डेय
लखनऊ। बदलते मौसम और खानपान चलते आजकल हर दूसरे व्यक्ति को मधुमेह की शिकायत है। मधुमेह ने बड़ों के साथ बच्चों को भी अपने गिरफ्त में ले रखा है। आयुर्वेद डॉ. एसके पाण्डेय का दावा है कि अब मधुमेह में इंसुलिन के बिना भी मरीज का इलाज किया जा सकता है। अब तक 50 लोगों …
लखनऊ। बदलते मौसम और खानपान चलते आजकल हर दूसरे व्यक्ति को मधुमेह की शिकायत है। मधुमेह ने बड़ों के साथ बच्चों को भी अपने गिरफ्त में ले रखा है। आयुर्वेद डॉ. एसके पाण्डेय का दावा है कि अब मधुमेह में इंसुलिन के बिना भी मरीज का इलाज किया जा सकता है।
अब तक 50 लोगों को मिल चुकी है इंसुलिन से मुक्ति
डॉ. एसके पाण्डेय आयुर्वेद की दवाओं द्वारा उपचार को लेकर बताते हैं कि अभी तक 50 लोगों को इंसुलिन से छूट्टी मिल चुकी है। इंसुलिन इनकी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका था। करीब 100 लोग ऐसे हैं जो एलोपैथी दवाओं को छोड़कर सिर्फ आयुर्वेद से सामान्य जीवन जी रहे हैं। इसके अलावा करीब 50 लोग ऐसे हैं, जिन्हें मधुमेह की समस्या होने पर सीधे आयुर्वेद पद्धति से इलाज कराने डॉ. पाण्डेय के अनुसार यह मरीज किसी तरीके का कोई परहेज नहीं करते हैं और सब कुछ खा सकते है।
मधुमेह पीड़ित राधेश्याम तिवारी को नहीं लेनी पड़ रही इंसुलिन…
विकास नगर स्थित राधेश्याम तिवारी बताते हैं कि वह मधुमेह से पीडि़त है और वह रोजाना 42 युनिट इंसुलिन लेते थे, इतना ही नहीं चार प्रकार की अंग्रेजी दवा का भी सेवन करते थे। उन्होंने बताया कि लेकिन इसके बाद भी उनका शुगर लेवल कम नही हो रहा था। खाने के बाद उनका शुगर लेवल 484 रहता था। लेकिन उन्होंने अक्टूबर से आयुर्वेद दवाओं का सेवन शुरु किया। जिसके बाद उन्हें इंसुलिन नहीं लेनी पड़ रही है, साथ ही दवाओं का सेवन भी कम हो गया है।
ये भी पढ़ें: सहायक शिक्षक भर्ती: आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक
