रामपुर : रठौंडा मंदिर में जलाभिषेक करने पर चमत्कारिक रूप से पूरी होती हैं मुरादें
रामपुर, अमृत विचार। रठौंडा बामेश्वर महादेव शिव मंदिर पर चमत्कारिक रूप से मुरादें पूरी होती हैं। महाशिव रात्रि पर्व पर बामेश्वर महादेव शिव मंदिर पर दूर-दराज से जलाभिषेक करने को भक्त कांवड़ लेकर आएंगे। दीमकों की बॉमी से उत्पन्न होने के कारण मंदिर के शिवलिंग को श्री बामेश्वर महादेव कहा जाता है। महाशिव रात्रि के …
रामपुर, अमृत विचार। रठौंडा बामेश्वर महादेव शिव मंदिर पर चमत्कारिक रूप से मुरादें पूरी होती हैं। महाशिव रात्रि पर्व पर बामेश्वर महादेव शिव मंदिर पर दूर-दराज से जलाभिषेक करने को भक्त कांवड़ लेकर आएंगे। दीमकों की बॉमी से उत्पन्न होने के कारण मंदिर के शिवलिंग को श्री बामेश्वर महादेव कहा जाता है। महाशिव रात्रि के पावन पर्व पर जिला पंचायत के तत्वावधान में मंदिर के आसपास किसान मेला लगता है।
रामपुर से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम रठौंडा में श्री बामेश्वर महादेव शिव मंदिर है। मंदिर परिसर में पूर्व दिशा की ओर विशाल शिव गंगा है। इसके अलावा मंदिर परिसर में किसान मेले के लिए करीब 500 दुकानें पक्की बनी हुई हैं। इसके अलावा कच्ची दुकानों पर भी लोग कारोबार करते हैं। दूर-दराज से दुकानदार दुकानें लेकर किसान मेला रठौंडा पर पहुंचते हैं। मंदिर जाने के लिए प्राइवेट बसें, टैम्पू, और रोडवेज बसों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
जिला पंचायत सदस्य टेकचंद गंगवार ने कहा कि- बताया जाता है कि पहले यहां पर जंगल हुआ करता था और एक किसान इस स्थान पर हल से खेत जोत रहा था। उसका हल दीमकों की बॉमी से जा टकराया, दीमकों की बॉमी से उत्पन्न होने के कारण मंदिर के शिवलिंग को श्री बामेश्वर महादेव कहा जाता है।
शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के बाद लोगों की मुरादें चमत्कारिक रूप से पूरी होने लगी। रठौंडा मंदिर के महंत शोमानंद जी महाराज ने बताया कि साढ़े छह सौ वर्ष पूर्व राजा राम जी का राजपाट था। उन्हीं के राज में चीटियों की बांबी में से हल लगने के कारण खून और दूध की धाराएं निकलीं। किसान अचंभित होकर मूर्छित हो गया, मूर्छा खुलने पर भगवान ने स्वयं दर्शन दिए और कहा कि मैं यहां पर प्रकट हुआ हूं।
इसी प्रकार राजा के स्वप्न में भी भगवान आए और राजा को भी सपना देकर कहा कि मैं आपके राजपाट में प्रकट हुआ हूं। राजा ने अपने राज पुरोहित को पंडित मनीराम तिवारी को बुलवाया और मंदिर का निर्माण कराकर पूजा-पाठ की जिम्मेदारी राज पुरोहित को सौंपी। रठौंडा स्थित श्री बामेश्वर महादेव मंदिर में हर सोमवार को महा आरती होती है और भारी संख्या में भोले के भक्त दर्शन के लिए मंदिर पहुंचते हैं।
पंडित मनीराम तिवारी की 12वीं पीढ़ी कर रही मंदिर की सेवा
राजा राम जी के राजपाट में पंडित मनीराम तिवारी उनके राज पुरोहित थे। राजा को भगवान ने स्वप्न में दर्शन दिए और राजा ने राज पुरोहित को बुलाकर पूरी बात बताई। राजा ने मंदिर का निर्माण कराकर तभी से शिव मंदिर रठौंडा की पूजा आदि सेवा का कार्य पंडित मनीराम तिवारी जी को सौंप दिया। फिलवक्त, पंडित मनीराम तिवारी के वंशजों की 12वीं पीढ़ी मंदिर में पूजा पाठ आदि की सेवा कर रही है।
महाशिव रात्रि पर्व पर रठौंडा में जिला पंचायत के तत्वावधान में 27 फरवरी से विशाल किसान मेला लगेगा, जोकि, 16 मार्च तक चलेगा। इस दौरान मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। इसके लिए तमाम तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ख्यालीराम लोधी, अध्यक्ष जिला पंचायत
