हरदोई: जिले में सर्वाधिक मत पाने वाले प्रत्याशी बने नितिन अग्रवाल

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हरदोई। जिले की 8 विधानसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशी के जीतने के साथ ही सदर विधायक नितिन अग्रवाल सर्वाधिक 43148 मतों से चुनाव जीते। सदर विधानसभा क्षेत्र से नितिन अग्रवाल को 125785 मत मिले जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के अनिल वर्मा को 82637 मत प्राप्त हुए वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी के सनी पाठक को …

हरदोई। जिले की 8 विधानसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशी के जीतने के साथ ही सदर विधायक नितिन अग्रवाल सर्वाधिक 43148 मतों से चुनाव जीते।

सदर विधानसभा क्षेत्र से नितिन अग्रवाल को 125785 मत मिले जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के अनिल वर्मा को 82637 मत प्राप्त हुए वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी के सनी पाठक को 20407 मतों से संतोष करना पड़ा। गोपामऊ से भाजपा के श्याम प्रकाश को 91291 मत प्राप्त हुए उन्होंने सपा की राजेश्वरी को 8276 मतों से पराजित किया राजेश्वरी को 83015 मत प्राप्त हुए। वही राजेश्वरी की देवरानी समाजवादी पार्टी से सांडी क्षेत्र में चुनाव लड़ रही उषा वर्मा 9751 मतों से चुनाव हार गई उषा वर्मा को 71564 वोट मिले जबकि चुनाव जीतने वाले भाजपा के प्रभास वर्मा को 81315 मत प्राप्त हुए।

सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के माधवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रानू को 114089 मत प्राप्त हुए जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के पदम राज यादव को 88029 मत प्राप्त हुए पदम राग 26060 मतों से चुनाव हार गए। बिलग्राम विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी आशीष सिंह आशू को 81732 मत मिले उन्होंने समाजवादी पार्टी के बृजेश वर्मा को 25577 वोटों से हराया सपा प्रत्याशी को 56155 मत प्राप्त हुए तीसरे स्थान पर कांग्रेस के प्रत्याशी सुभाष पाल रहे जिनको 52284 मत प्राप्त हुए बसपा के कृष्ण कुमार वर्मा और सतीश वर्मा चौथे स्थान पर रहे इनको मात्र 33569 मत ही प्राप्त हुए।

यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी रहे सुभाष पाल पिछले कई वर्षों से समाजवादी पार्टी की राजनीति कर रहे थे लेकिन टिकट वितरण के दौरान अचानक उनका टिकट काटकर बृजेश कुमार वर्मा उर्फ टिल्लू को सपा ने प्रत्याशी बना दिया इसी का खामियाजा सपा को हार के रूप में उठाना पड़ा जबकि चुनाव के चंद दिनों पूर्व कांग्रेसमें आए सुभाष पाल को 52284 मत प्राप्त हुए यह मत जिले में कांग्रेस के प्रत्याशियों को प्राप्त सबसे अधिक मतों में हैं। अगर समाजवादी पार्टी सुभाष पाल को यहां से अपना प्रत्याशी बनाती तो शायद समाजवादी पार्टी को जिले में एक सीट प्राप्त हो सकती थी।

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