लखनऊ: सपा के वरिष्ठ नेता राम गोविंद चौधरी बनाए जा सकते हैं विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष

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लखनऊ। विधान परिषद के रास्ते सपा के दिग्गज जनहित के मुद्दे उठाएंगे। माना जा रहा है कि सपा के दिग्गज राम गोविंद चौधरी जैसे जो नेता चुनाव हारे हैं, उन्हें परिषद के रास्ते सदस्यता दिलाई जाएगी। सपा गठबंधन से 125 विधायक विधानसभा पहुंचे हैं। बलिया जिले की बांसडीह सीट से आठ बार के विधायक और …

लखनऊ। विधान परिषद के रास्ते सपा के दिग्गज जनहित के मुद्दे उठाएंगे। माना जा रहा है कि सपा के दिग्गज राम गोविंद चौधरी जैसे जो नेता चुनाव हारे हैं, उन्हें परिषद के रास्ते सदस्यता दिलाई जाएगी। सपा गठबंधन से 125 विधायक विधानसभा पहुंचे हैं।

बलिया जिले की बांसडीह सीट से आठ बार के विधायक और नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी पराजित हो गए हैं। उन्हें भाजपा गठबंधन की निषाद पार्टी प्रत्याशी केतकी सिंह ने हराया। जबकि 2017 के चुनाव में सपा नेता चौधरी ने निर्दलीय प्रत्याशी केतकी सिंह को हराया था। ऐसे में वह भले ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने की स्थिति में न हो लेकिन विधान परिषद के माध्यम से उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है।

प्रदेश में भाजपा के बाद सपा दूसरे नंबर की राजनीतिक पार्टी है। फिलहाल सपा के अकेले 111 विधायक जीते है। ऐसे में उनके तीन एमएलसी बनाने की स्थिति में रहेंगे। इधर विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन का निधन भी हो चुका है। ऐसे में विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष बनने की संभावना प्रबल मानी जा रही है। इसके साथ ही इस बार सपा सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे माता प्रसाद पांडेय भी चुनाव जीते है। उन्होंने सिद्धार्थनगर जिले की इटवा सीट पर बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश चंद द्विवेदी को करीब तीन हजार मतों से पराजित किया है।

श्री पांडेय छह बार विधायक रहे हैं, 2017 में उन्हें हार का मुंह का देखना पड़ा था। इसी तरह बलिया जिले की फेफना विधानसभा सीट से युवा व खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी को संग्राम सिंह यादव ने उन्हें 19085 वोटों से हरा दिया है। जौनपुर जिले की मल्हनी विधानसभा सीट से सपा के प्रत्याशी लकी यादव ने लगभग 16 हजार मतों से जीत दर्ज की है।

उन्होंने जदयू के प्रत्याशी पूर्व सांसद धनंजय सिंह को हराया। भाजपा सरकार में श्रम मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य भी सपा में शामिल हुए थे। इस बार कुशीनगर जिले की फाजिलनगर सीट से सपा के टिकट पर मैदान में थे, उन्हें भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह ने 26 हजार से अधिक अंतर से पराजित किया।

गोरखपुर जिले की चिल्लूपार सीट से सपा प्रत्याशी विनय शंकर तिवारी हार गए हैं, उन्हें भाजपा के राजेश त्रिपाठी ने हराया। प्रयागराज जिले की करछना सीट से कई बार विधायक रहे उज्जवल रमण सिंह चुनाव हारे हैं। उन्हें भाजपा के पीयूष रंजन निषाद ने हराया। उज्जवल दिग्गज सपा नेता रेवतीरमण सिंह के पुत्र हैं।

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