हल्द्वानी: एक साथ चार स्थानों पर लगी आग तो सबकुछ भगवान भरोसे

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सर्वेश तिवारी, हल्द्वानी, अमृत विचार। तपिश बढ़ रही है। जंगल जल रहे हैं। खड़ी फसल राख हो रही है। लगातार बढ़ती तपिश के बीच शहर कभी भी आग की जद में आ सकता है। बीते रविवार को जिस तरह शहर व आस-पास आग लगने की घटनायें हुयीं, उसे देखते हुए दुआ कर सकते हैं कि …

सर्वेश तिवारी, हल्द्वानी, अमृत विचार। तपिश बढ़ रही है। जंगल जल रहे हैं। खड़ी फसल राख हो रही है। लगातार बढ़ती तपिश के बीच शहर कभी भी आग की जद में आ सकता है। बीते रविवार को जिस तरह शहर व आस-पास आग लगने की घटनायें हुयीं, उसे देखते हुए दुआ कर सकते हैं कि एक साथ चार स्थानों पर आग न लगे, क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो तीन स्थानों पर लगी आग तो बुझा ली जाएगी लेकिन चौथे स्थान पर लगी आग सब कुछ तबाह कर देगी।

दरअसल, दमकल विभाग के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि वो एक साथ चार स्थानों पर लगी आग बुझा सके। दमकल विभाग के पास अग्निकांड से निपटने के लिए एक वाटर कैनन, एक वाटर टेंडर और एक वाटर बाउजर है। बड़ी घटना के वक्त कभी-कभी इन सभी का इस्तेमाल एक साथ करना पड़ता है। इधर, बढ़ती गर्मी के बीच आग की घटनायें बढ़ रहीं हैं। बीते रविवार को शहर में एक साथ तीन अलग-अलग स्थानों पर आग लगी। दमकल ने अपने तीनों वाहन अलग-अलग स्थानों पर भेजे थे। उस वक्त दमकल के सामने सबसे बड़ी आशंका यह थी कि अगर चौथे स्थान पर उसी समय में आग लगती तो कैसे बुझाई जाती, क्योंकि दमकल के पास आग बुझाने के लिए तीन ही बड़े वाहन है।

साढ़े ती माह से खराब पड़े हैं हाईड्रेंट
हल्द्वानी। दमकल के सामने सिर्फ सीमित संसाधन समस्या नहीं है, समस्या जल संस्थान के बनाये गयेय हाईड्रेंट भी हैं जो पिछले साढ़े तीन माह से खराब पड़े हैं। ये सभी हाईड्रेंट शहर में हैं, जो आग बुझाते वक्त दमकल को पानी की सप्लाई करते हैं। शहर में मौजूद आठ हाईड्रेंट में छह खराब पड़े हैं। दो हाईड्रेंट ठीक हैं, उनमें से एक सिंधी चौराहे पर है और दूसरा बनभूलपुरा में राजकीय माध्यमिक विद्यालय के पास।

अस्पतालों और निजी संस्थानों पर है निर्भरता
हल्द्वानी। हाईड्रेंट खराब और कम होने की वजह से दमकल को प्राइवेट अस्पतालों और निजी संस्थानों पर निर्भर रहना पड़ता है। प्राइवेट अस्पतालों मे एक नैनीताल रोड पर, दूसरा कालाढूंगी रोड पर है। रामपुर रोड पर सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल भी मुसीबत के वक्त पानी मुहैया कराता है। ज्यादा दिक्कत होने पर लालकुआं पेपर मिल पर निर्भरता है।
बयान
हमारे पास संसाधन सीमित हैं। कुछ वाहन कंडम हो चुके हैं। खराब पड़े हाईड्रेंट की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि सीमित संसाधनों के बावजूद हम अपना सौ प्रतिशत देने की कोशिश करते हैं। – गोविंद राम आर्या, एफएसओ

ये है शहर में लगे हाईड्रेंट का हाल
– वर्कशॉप लाइन में वन विभाग के गेस्ट हाउस के पास लगा हाईड्रेंट खराब
– टनकपुर रोड पर पंप हाउस के पास लगा हाईड्रेंट खराब
– सिंधी चौराहे पर लगा हाईड्रेंट ठीक
– ताज चौराहे पर जैन मंदिर के पास लगा हाईड्रेंट खराब
– धोबी घाट इंटर कालेज के सामने लगा हाईड्रेंट खराब
– जगदंबानगर में पंप हाउस के पास लगा हाईड्रेंट खराब
– सौरभ होटल के पास लगा हाईड्रेंट खराब
– बनभूलपुरा में रा.मा.विद्यालय के पास लगा हाईड्रेंट ठीक

दमकल के पास है ये इंतजाम
– एक वाटर कैनन
– एक वाटर टेंडर
– एक वाटर बाउजर
– एक वाटर मिक्स्ड
– दो बैक पैक सेट

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