रामपुर: खोखले कर दिए किले के गुंबद और झरोखे, बांधे जा रहे हैं पशु

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रामपुर, अमृत विचार। मैं किला हूं.. मेरी दुर्दशा देखिए..। मेरी सुंदरता को अतिक्रमण ग्रहण बना हुआ है। इस तरह किला अतिक्रमण के दर्द से कराह रहा है, किले के भीतर और बाहर अतिक्रमण का बोझ बढ़ता जा रहा है। गुंबद और झरोखे खोखले करके उनके अंदर पशु बांधे जा रहे हैं। खुफिया विभाग की नाक …

रामपुर, अमृत विचार। मैं किला हूं.. मेरी दुर्दशा देखिए..। मेरी सुंदरता को अतिक्रमण ग्रहण बना हुआ है। इस तरह किला अतिक्रमण के दर्द से कराह रहा है, किले के भीतर और बाहर अतिक्रमण का बोझ बढ़ता जा रहा है। गुंबद और झरोखे खोखले करके उनके अंदर पशु बांधे जा रहे हैं। खुफिया विभाग की नाक के नीचे खुलेआम अतिक्रमण हो रहा है। किले के भीतर लोगों ने जगह-जगह अपनी कारों के लिए गैरेज और आवास बनवा लिए हैं लेकिन, प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। जबकि, किले में विश्व स्तरीय रजा लाइब्रेरी स्थित है जहां दुनिया भर से शोधार्थी ज्ञान अर्जित करने के लिए आते हैं।

किले के चारों ओर बड़े-बड़े धन्ना सेठों की सैकड़ों दुकानें हैं इसके अलावा किले के भीतर भी जगह-जगह अतिक्रमण हो रहा है। जिम्मेदार खामोश हैं और लोगों के हौंसले बढ़ते जा रहे हैं। वर्ष 1882 से 1905 तक बनने के बाद किले की शानो-शौकत देखते ही बनती थी। लेकिन, समय के साथ किले की हालत बिगड़ती गई और आज हालत यह है कि किले पर उत्क्रीण नक्काशी जगह-जगह से दरकने लगी है। किले की शान दोनों गेट रख-रखाव के अभाव में दरकने लगे हैं। बरसात के मौसम में उसकी गुंबदों का मलवा गिरने लगता है।

किले का नक्शा इंडो-यूरोपियन वास्तु शिल्प का अद्भुत नमूना है। इसका नक्शा फ्रांस के इंजीनियर डब्ल्यू सी राइट ने बनाया था। उनकी प्रतिमा किला पूर्वी गेट जोकि, राइट गेट के नाम से भी जाना जाता है, चोरी कर ली गई। फ्रांसीसी इंजीनियर सी डब्ल्यू राइट की प्रतिमा मॉडल मांटेसरी स्कूल के सामने मैदान में लगी थी। मॉडल मांटेसरी स्कूल को खत्म करा दिया गया है और इस मैदान की चारदीवारी कराकर पेक कर दिया है। जहां कभी युवा सुबह और शाम युवा क्रिकेट की प्रेक्टिस करते थे। लेकिन,अब यहां दीवार खड़ी कर दी गई है फ्रांसीसी इंजीनियर की प्रतिमा भी लापता है और यहां खरपतवार उग आए हैं। किले के सीने पर हर रोज जख्म दिए जा रहे हैं।

नवाब की दी गई पनाहगाह को बना लिया आशियाना
बजरिया मुल्ला जरीफ रोड पर आईटीआई के पीछे पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को सरदार वल्लभ भाई पटेल के कहने पर नवाब रजा अली खां ने किले में कुछ दिनों के लिए पनाह दी थी लेकिन, वर्ष 1949 में रामपुर रियासत के भारत गणराज्य में विलय होने के बाद शरणार्थियों ने किले आईटीआई के पीछे की जगह को आशियाना बना लिया। लोगों ने अपने सुविधानुसार किले में निर्माण करा लिया है। इसके अलावा किले में जगह-जगह लोगों द्वारा निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं और कोई कहने वाला नहीं है।

रामपुर का नाम देश-दुनिया में प्रसिद्ध है विदेशी रामपुर को देखना चाहते हैं। उनकी तमन्ना रहती है कि एक बार रजा लाइब्रेरी में रखे ज्ञान के खजाने को जरूर देख लें। इसलिए जरूरी है कि किले को साफ सुधरा रखा जाए ताकि, आने वालों को रामपुर शहर के लिए एक छवि आने वालों के जहन में बने।-जाकिर हुसैन अधिवक्ता

किले की दीवारों पर पीपल समेत तमाम पेड़ पौधे उग आए हैं। रखरखाव के अभाव में किले की खूबसूरती पर कई दाग लग गए हैं। इन दागों को हटाकर किले की सुंदरता और वैभव को लौटाया जा सकता है। किले के भीतर और बाहर लोगो के अनाधिकृत कब्जों को हटवाकर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कराया जाए। -नरेंद्र गुप्ता

किला बहुत खूबसूरत है इसके दरों-दीवार उत्क्रीण नक्काशी लोगों को बरबस अपनी ओर आकर्षित करती है। किले की देखभाल के लिए गंभीरता से प्रयास नहीं किए गए। जिसके कारण किले की इमारत दिनों-दिन जर्जर होती जा रही है। इसको ढहाने के लिए तरह-तरह के षड्यंत्र रचे जाते रहे हैं। किले की इमारत से अतिक्रमण हटवाया जाए। -शहबाज हुसैन, अधिवक्ता

जनपद रामपुर का किला देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी पहचान रखता है। किले में रजा लाइब्रेरी स्थित है जहां विदेशों से शोधार्थी आते हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार देश की अन्य इमारतों की तरह रामपुर किले को भी संजोए। किले को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाए ताकि, लोग दूर-दराज से लोग आएं। -मोहम्मद आजम, अधिवक्ता

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