लखनऊ : सीएम योगी की बड़ी कार्रवाई, मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी हटाए गए, तबादलों में अनियमितता पर किये गए कार्यमुक्त, होगी जांच
लखनऊ, अमृत विचार। यूपी के लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय पर बड़ी कार्रवाई हुई है। उन्हें विभाग में हुए तबादलों में अनियमितता को लेकर कार्यमुक्त कर दिया गया है। साथ ही विजिलेंस जांच और विभागीय कार्रवाई की संस्तुति भी उनके खिलाफ कर दी गयी है। बता दें केंद्र से …
लखनऊ, अमृत विचार। यूपी के लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय पर बड़ी कार्रवाई हुई है। उन्हें विभाग में हुए तबादलों में अनियमितता को लेकर कार्यमुक्त कर दिया गया है। साथ ही विजिलेंस जांच और विभागीय कार्रवाई की संस्तुति भी उनके खिलाफ कर दी गयी है। बता दें केंद्र से प्रतिनियुक्ति पर आए अनिल पांडेय के खिलाफ आरोप लगे हैं जिसकी जांच की संस्तुति दे दी गयी है।
सीएम योगी की बड़ी कार्रवाई
लोक निर्माण विभाग में हुए तबादलों में अनियमितता के मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई करते हुये सोमवार को लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय को हटा दिया है। प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) मनोज कुमार सिंह द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय में लोक निर्माण विभाग में हुए स्थानांतरण पर रिपोर्ट पेश करने के बाद हुई इस कार्रवाई के अलावा भारत सरकार से प्रतिनियुक्ति पर आए अवर सचिव अनिल पांडेय के खिलाफ विजिलेंस जांच व विभागीय कार्रवाई की संस्तुति भी की गई है। बता दे कि अनिल कुमार पांडेय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में अवर सचिव पद से प्रदेश में आये गये थे, इन्हें दोबारा भारत सरकार को वापस कर दिया गया है।
गौरतलब है कि लोक निर्माण विभाग में पिछले दिनों हुए स्थानांतरण के संबंध में मुख्यमंत्री से शिकायत की गयी थी कि जाति व धर्म के आधार पर अधिशासी अभियंताओं को महत्वपूर्ण खंडों में तैनाती दी गयी है। जिसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से एक कमेटी को समूचे मामले की जांच के लिए निर्देश दिया गया था। मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद कमेटी के सदस्यों में शामिल कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) मनोज कुमार सिंह और अपर मुख्य सचिव, गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय आर भूसरेड्डी ने जांच शुरू की। जांच के दौरान लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता और प्रमुख सचिव नरेन्द्र भूषण से स्थानान्तरण संबंधित कागजातों तलब कर जानकारियों को पुष्ट करने का प्रयास किया गया।
पांच दिनों की जांच पड़ताल के बाद एपीसी मनोज कुमार सिंह ने जांच रिपोर्ट को प्रस्तुत कर दिया। जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए एपीसी ने मीडिया से कोई खास बात नहीं की। बताया जा रहा है कि इसमें स्थानांतरण के दौरान हुई गड़बड़ियों की पर्याप्त जानकारी दी गयी हैं।
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