INS Vikrant का श्रेय लेने पर जयराम रमेश ने PM Modi को बनाया निशाना, कह डाली ये बात
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रभारी संचार जयराम रमेश ने कहा कि शासन में निरंतरता होती है लेकिन हमारे PM ने कभी उसको स्वीकार नहीं किया। यह (INS विक्रांत) एक बड़ी उपलब्धि है जिसकी शुरूआत 22 साल पहले हुई थी जिसमें वाजपेयी जी की सरकार, मनमोहन जी की सरकार और फिर मोदी जी की सरकार सबको …
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रभारी संचार जयराम रमेश ने कहा कि शासन में निरंतरता होती है लेकिन हमारे PM ने कभी उसको स्वीकार नहीं किया। यह (INS विक्रांत) एक बड़ी उपलब्धि है जिसकी शुरूआत 22 साल पहले हुई थी जिसमें वाजपेयी जी की सरकार, मनमोहन जी की सरकार और फिर मोदी जी की सरकार सबको श्रेय मिलना चाहिए। INS विक्रांत को कमीशन करने में 20-22 साल लगे हैं। अगर आप इसका इतिहास देखेंगे तो यह 1999 से शुरू होता है और कमीशन आज हुआ। लेकिन आज के प्रधानमंत्री इसका श्रेय खुद लेंगे और कहेंगे कि मैं जब 2014 में आया उसके बाद इसकी शुरुआत हुई।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोच्चि (केरल) में भारत के समुद्री इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा युद्धपोत आईएनएस विक्रांत नौसेना को सौंपा। यह देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत भी है। नौसेना ने एक वीडियो में कहा कि युद्धपोत दो फुटबॉल मैदानों जितना विशाल है और इसका हैंगर ओलंपिक साइज़ के दो पूल जितना बड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केरल के कोच्चि में भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को देशसेवा में समर्पित करने से पहले नौसेना के नए ध्वज का अनावरण किया। पुराने झंडे में तिरंगे के साथ सेंट जॉर्ज क्रॉस भी था। नए झंडे में एक ऑक्टागन में नीले बैकग्राउंड पर भारतीय नौसेना का चिह्न शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को देशसेवा में समर्पित करते हुए कहा, अब नौसेना ने…अपनी सभी शाखाओं को महिलाओं के लिए खोलने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा, लहरों की तरह…बेटियों के लिए अब कोई बंधन नहीं होंगे…विक्रांत जब समुद्री क्षेत्र की रक्षा के लिए उतरेगा…उस पर महिला सैनिक तैनात रहेंगी।
ये भी पढ़ें : IAC Vikrant : आ गया समंदर का सबसे बड़ा लड़ैया, देश को मिला पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत
