सीएम योगी ने अयोध्या के विकास की हर योजनाओं को बारीकी से परखा

अयोध्या विजन 2047: समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कार्डियोलॉजिस्ट, गायनेकोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट आदि विशेषज्ञों की तैनाती के दिए निर्देश

सीएम योगी ने अयोध्या के विकास की हर योजनाओं को बारीकी से परखा

अमृत विचार, अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला का दर्शन पूजन करने के बाद आयुक्त सभागार में अयोध्या विजन 2047 की समीक्षा करने पहुंचे। सीएम योगी ने कहा कि 2023 के दीपोत्सव के बाद मंदिर के लोकार्पण की तैयारियां शुरू हो जाएंगी इसलिए कोई भी काम हो तो उसे योजनाबद्व तरीके से करें। एक बात का खास ख्याल रखें कि शहर के अंदर कोई भी वाहन पार्किंग स्थल न विकसित किया जाए और बाहर के तरफ अन्तर्राज्यीय बस अड्डा डवलप करने के लिए परिवहन विभाग और नगर निगम समयबद्व कार्रवाई करे। 

चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान श्रीराम चिकित्सालय की स्थिति को बेहतर करने और अयोध्या में कार्डियोलॉजिस्ट, गायनेकोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, यूरोलॉजिस्ट आदि विशेषज्ञों की भी तैनाती करने के निर्देश दिए। रविवार सुबह तकरीबन 11 बजे रामकथा पार्क पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधे हनुमानगढ़ी माथा टेकने पहुंचे। इसके बाद रामलला का दर्शन पूजन किया और मंदिर निर्माण के कार्यों का अवलोकन भी किया। 

आयुक्त सभागार में मुख्यमंत्री ने अयोध्या को विश्व स्तरीय नगर बनाने के लिए सभी विभागों को निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को सड़कों व ओवरब्रिज के निर्माण संबंधी समस्याओं को हल करने को कहा। योगी आदित्यनाथ ने रामपथ, भक्ति पथ और जन्मभूमि पथ के निर्माण कार्यों का अवलोकन किया। 

सआदतगंज से नयाघाट रामपथ मार्ग के विलम्ब के कार्यों पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आड़े लेते हुये कहा कि जिसमें दुकान आदि का सर्वे हो चुका है तो फिर उनके मुआवजे और उससे सम्बंधित जमीनों का बैनामा क्यों नही किया जा रहा है.? इस पर तेजी से कार्य करें तथा अगले महीने के अंत तक इस कार्य में तेजी दिखनी चाहिए। पैसा के बावजूद कार्यों में तेजी न होना यह लापरवाही इंगित करता है।

Untitled(20)

 नगर निगम क्षेत्र में कुछ नए गांव शामिल किये गये हैं इनके लिए 5.50 करोड़ की धनराशि को अवमुक्त करने का निर्देश दिया। नगर निगम में आवश्यक मात्रा में स्वच्छता कर्मियों की तैनाती की जाए। टूरिज्म विभाग के कार्यों को जल्द पूरा किया जाए। राम की पैड़ी और अन्य घाट की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। भजन संध्या स्थल के ऊपर हाई पावर का तार गया है इसको हटाने के लिए विद्युत विभाग कार्रवाई करें व अंडरग्राउंड केबल बिछाने का भी कार्य करें। 

मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों व जवानों के रहने के लिए बैरक, आवासीय परिसर में डवलप करने का निर्देश दिया। रामजन्मभूमि मंदिर के लिए सुरक्षा वाहिनी के लिए भी आवश्यक कार्रवाइयां स्थानीय स्तर पर की जाए। राम जन्मभूमि सुरक्षा को उच्च प्राथमिकता मानते हुये एक व्यापक आधार वाली कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाय। मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि सेवा न्यास के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उनसे विचार विमर्श कर आवश्यकतानुसार रामजन्मभूमि क्षेत्र के पास सुरक्षा की दृष्टि से तथा आम जनमानस की सुरक्षा की दृष्टि से सीवर, पेयजल एवं अन्य सुविधाओं के लिए आवश्यक कार्रवाई किया जाय। 

आवास विकास विभाग ने अभी 887 एकड़ जमीन का भी अधिग्रहण किया है इसको भी और अधिग्रहण करने हेतु निर्देश दिया जाय। अयोध्या विजन का प्रस्तुतिकरण आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकण द्वारा किया गया, जिसमें बताया गया कि अयोध्या में 260 योजनायें है जिसमें से 138 योजनायें की प्रस्तुतिकरण की गई। 

बैठक में लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, सांसद लल्लू सिंह, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रामचन्द्र यादव, डॉ अमित सिंह चैहान, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, एमएलसी हरिओम पांडेय आदि उपस्थित रहे। शासन के मुख्य सचिव दुगार्शंकर मिश्र, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एवं गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक देवेन्द्र सिंह चौहान, अयोध्या के आयुक्त गौरव दयाल, डीआईजी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार, एसएसपी प्रशांत वर्मा, नगर आयुक्त श्री विशाल सिंह सहित आदि वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

गुस्से से लाल हुए सीएम, अफसरों को फटकारा 
आयुक्त सभागार में बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यों में शिथिलता व लापरवाही देख गुस्से से लाल-पीले हो गए। उन्होंने अफसरों को जमकर फटकारा। कहा, पूरा देश अयोध्या के विकास की ओर देख रहा है। फिर भी उदासीनता बरती जा रही है। मुख्य मार्ग सआदतगंज से नयाघाट मार्ग तक 1100 बैनामे होने हैं, लेकिन अभी तक सिर्फ 55 बैनामा ही हो सका है। मैं लगातार 3 वर्ष से इन कार्यों को करने के लिए कह रहा हूं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को उच्च प्राथमिकता के साथ कार्य करने का निर्देश दिया। स्पष्ट किया कि कार्य में शिथिलता मिली तो जवाबदेही तय की जायेगी। अयोध्या के विकास के लिए मुख्य मार्ग के विकास पर ध्यान देना आवश्यक है। भक्ति पथ एवं जन्मभूमि पथ पर भी तेजी लाने के निर्देश दिया।

इन योजनाओं के कार्यों को सीएम के सामने रखा गया 
तुलसी स्मारक भवन के आधुनिकीकरण, रामकथा संग्रहालय की आर्ट गैलरी, 8 कुण्डों का कायाकल्प एवं संरक्षण, राजकीय महाविद्यालय बीकापुर, ग्रीन फिल्ड टाउनशिप, अयोध्या नगर के अवशेष उपरिगामी तारों को भूमिगत करने का कार्य, भीमराव अम्बेडकर अन्तर्राष्ट्रीय खेल परिसर का कार्य, अयोध्या का मास्टर प्लान 2031, सोहावल से नवाबगंज होते हुये विक्रमजोत बाईपास रिंग रोड, चौरासी कोसी परिक्रमा सम्बंधी कार्य, जगदीशपुर अयोध्या मार्ग, रामपथ मार्ग, भक्तिपथ मार्ग, जन्मभूमि पथ मार्ग, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, नगर निगम के चलाये जा रहे अन्य कार्यो, दर्शननगर भरतकुण्ड चौड़ीकरण मार्ग, मोहबरा बाजार होते हुये टेढ़ीबाजार होते हुये रामजन्मभूमि तक फोरलेन मार्ग, अयोध्या अकबरपुर बसखारी मार्ग आदि कार्यो का प्रस्तुतिकरण किया गया।

यह भी पढ़ें:-अयोध्या: निकाय चुनाव की सरगर्मी को बढ़ा गया प्रबुद्ध सम्मेलन, भीड़ बढ़ाने के लिए समर्थकों के साथ बुलाए गए थे दावेदार