अयोध्या: यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 की तैयारियां शुरू, केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक व परीक्षकों डाटा होगा अपडेट

अयोध्या: यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 की तैयारियां शुरू, केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक व परीक्षकों डाटा होगा अपडेट

अमृत विचार, अयोध्या। वर्ष 2023 में होने वाली यूपी बोर्ड की हाई स्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा की तैयारियां शुरू हो गई है। परीक्षा से पहले उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के डेटाबेस पर परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक और उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन करने वाले परीक्षकों का डेटा बनेगा। जो डेटाबेस बोर्ड की वेबसाइट पर है उसे परीक्षा केंद्र के प्रधानाचार्य द्वारा अपडेट किया जाएगा। 

यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक, निरीक्षक एवं परीक्षकों की नियुक्ति के लिए समस्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों एवं प्रधानाचार्यों का डाटा अपडेट कराये जाने के सम्बन्ध में सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से गाइड लाइन जारी की गई है। इसके मुताबिक वर्ष 2023 की संचालित होने वाली हाईस्कूल / इण्टरमीडिएट परीक्षा में परीक्षाकेन्द्रों पर नियुक्त किये जाने वाले केन्द्र व्यवस्थापकों, वाह्य केन्द्र व्यवस्थापकों, कक्ष निरीक्षकों एवं मूल्यांकन कार्य हेतु परीक्षकों की नियुक्ति किये जाने हेतु प्रदेश के समस्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों एवं प्रधानाचार्यों का डाटा अपडेट कराया जाना है। 

परिषद की वेबसाइट upmsp.edu.in पर विद्यालयों के पोर्टल पर प्रधानाचार्यों द्वारा अपलोड कराये गये डाटा को अपडेट कराये जाने हेतु कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने की हिदायतें भी दी गई हैं। जैसे अध्यापकों की नियुक्ति जिस कक्षा (हाईस्कूल या इण्टरमीडिएट) के लिए की गयी है, उनके अध्यापन का विषय का कोड, उस कक्षा विशेष के लिए निर्धारित विषय कोड के अनुरूप ही होना चाहिए। जो अध्यापक विद्यालय छोड़ चुके हैं या दिवंगत हो गये हैं, उनके नाम पोर्टल पर से अनिवार्य रूप से डिलीट किए जाएंगे। 

विद्यालय में नवनियुक्त हुये अध्यापको के डाटा को अवश्य अपलोड किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। जो अध्यापक, प्रधानाचार्य माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा विभिन्न कारणों से डिबार कर दिये गये हैं उन्हे पोर्टल पर डाटा में डिबार श्रेणी में अवश्य दर्शाना होगा।  किसी भी अध्यापक का विवरण किसी भी दशा में दो विद्यालयों में अपलोड नहीं होगा। 

प्रधानाचार्य अपने विद्यालय में कार्यरत अध्यापकों का डाटा फाइनल करने से पूर्व सुनिश्चित करेंगे कि उनके विद्यालय में कार्यरत अध्यापक किसी अन्य विद्यालय में भी पंजीकृत तो नही हैं। ऐसी स्थिति में इस प्रकार के डुप्लीकेट विवरण वाले अध्यापकों का डाटा एक विद्यालय से डिलीट करा दिया जाय। सभी अध्यापकों के अन्य विवरणों के साथ-साथ उनके स्नातक एवं परास्नातक स्तर के विषयों का स्पष्ट विवरण एवं इनके शैक्षिक प्रमाणपत्रों को पोर्टल पर अपलोड कराया जाना आवश्यक है।

प्रधानाचार्यों को अपडेट कराना होगा शिक्षकों का ब्योरा 
विद्यालय में कार्यरत अर्ह शिक्षकों के विवरणों को माध्यमिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर अपलोड कराने का दायित्व प्रधानाचार्य का है। अन्यथा की स्थिति में किसी प्रकार की प्रतिकूल स्थिति उत्पन्न होने पर सम्बन्धित प्रधानाचार्य पूर्णरूपेण उत्तरदायी होंगे विद्यालयों द्वारा डाटा अपलोड / अपडेट कर देने के पश्चात् यह डाटा सीधे जिला विद्यालय निरीक्षक के पोर्टल पर स्थानान्तरित हो जायेगा।

डीआईओएस  इसका परीक्षण करेंगे। जरूरत पड़ने पर उनमें संशोधन / परिवर्धन करने के उपरान्त उसे पोर्टल पर ही सेव करके परिषद को फारवर्ड कर दिया जायेगा। परिषद की वेबसाइट 10 दिसंबर तक क्रियाशील रहेगी। जिला विद्यालय निरीक्षकगण इनका पोर्टल पर ही सम्यक परीक्षण करके उसे 20 दिसम्बर 2022 तक परिषद को फारवर्ड कर देंगे।

यह भी पढ़ें:-गोरखपुर: सीएम योगी ने जनता दर्शन में सुनी फरियाद, अधिकारियों को दिए ये निर्देश