खटीमा: आरक्षित वन क्षेत्र से 50 से अधिक झालों को हटाया, हड़कंप

खटीमा: आरक्षित वन क्षेत्र से 50 से अधिक झालों को हटाया, हड़कंप

खटीमा, अमृत विचार। नगर के पीलीभीत रोड स्थित लकड़ी मंडी साल बोझी नंबर एक में दूसरे दिन वन विभाग की कार्रवाई जारी रही। इस बीच खटीमा रेंजर राजेंद्र सिंह मनराल के नेतृत्व में टीम ने आरक्षित वन क्षेत्र के अंतर्गत कंजड़ बस्ती के 42 झाले व अन्य 15-16 अतिक्रमण कर डाले झालों को हटाया। रेंजर मनराल ने बताया कि अभियान जारी रहेगा।

लीज समाप्त होने के बाद लकड़ी मंडी साल बोझी नंबर एक में वन विभाग ने रविवार से भारी फोर्स के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की थी। इसमें 31 मामलों में बेदखली के अलावा अतिक्रमण के मामलों में भी वन विभाग की कार्रवाई शुरू हुई। डीएफओ संदीप कुमार भी खटीमा पहुंचे थे और साथ ही सीमांकन कर अतिक्रमण की कार्रवाई को लेकर दिशा निर्देश दिए थे। एसडीएम रवींद्र सिंह बिष्ट भी मौके पर पहुंचे और जायजा लिया था। पहले दिन खटीमा, सुरई, किलपुरा, जोलासाल, बाराकोली, रंसाली आदि के वन कर्मी अभियान में शामिल रही। साथ ही पुलिस भी मौजूद रही।

वन विभाग की जेसीबी से सीमांकन व अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू होने से हड़कंप मचा रहा। दूसरे दिन खटीमा रेंजर मनराल खटीमा, किलपुरा, सुरई आदि के रेंज स्टाफ के साथ साल बोझी नंबर एक पहुंचे। टीम ने रेलवे लाइन के समीप आरक्षित वन क्षेत्र में बने झालों को हटाना शुरू किया। रेंजर ने बताया कि करीब 42 झालों को हटाया। इसके अलावा 15-16 और अतिक्रमण कर बन झाले भी हटाए। इस बीच अनेक लोग स्वयं अपना सामान हटाने भी नजर आए। बताया कि करीब 17 हेक्टेयर भूमि से अतिक्रमण हटाकर आरक्षित वन भूमि को कब्जे में लिया जा रहा है।