संभल: झोलाछाप के इलाज से महिला की मौत पर हंगामा, एसडीएम व नोडल अधिकारी ने निजी अस्पताल किया सील

संभल: झोलाछाप के इलाज से महिला की मौत पर हंगामा, एसडीएम व नोडल अधिकारी ने निजी अस्पताल किया सील

संभल, अमृत विचार। असमोली के मनौटा स्थित निजी अस्पताल में झोलाछाप के इलाज से महिला की मौत हो गई। इससे गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर हंगामा किया। एसडीएम व नोडल अधिकारी ने अस्पताल सील कर दिया। नोडल अधिकारी की तहरीर पर झोलाछाप के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है। 

एक माह में असमोली क्षेत्र में झोलछाप के इलाज से तीन महिलाओं की जान जा चुकी है। बुधवार शाम गांव सेंदरी मिलक निवासी नेपाल की पत्नी गुड्डी (25) प्रसल पीड़ा होने पर मनौटा से चौधरपुर जाने वाले मार्ग पर स्थित झोलाछाप के अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां गुड्डी का झोलाछाप ने ऑपरेशन किया। महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। लेकिन इसके बाद उसके अगले दिन महिला की तबीयत बिगड़ गई। जिस पर झोलाछाप ने महिला को इंजेक्शन लगाया था।

 इससे उसकी हालत और बिगड़ गई। तभी झोलाछाप ने उसे रेफर कर दिया। परिजन उसे उपचार के लिए मेरठ ले जा रहे थे। लेकिन महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इससे गुस्साए परिजन शव लेकर मनौटा रोड झोलाछाप के अस्पताल पर पहुंचे और जमकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में पोस्टमार्टम के भेज दिया। वहीं उचित कार्रवाई का भरोसा देकर परिजनों को शांत किया।

 सूचना पर पहुंचे असमोली थाना प्रभारी निरीक्षक संजय ने मामले की जानकारी उपजिलाधिकारी को दी। हालांकि महिला के परिवार वालों ने पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी है। शुक्रवार सुबह मौक पर पहुंचे उपजिलाधिकारी विनय कुमार मिश्रा व स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. मनोज चौधरी ने अस्पताल को सील करा दिया। नोडल अधिकारी ने  धर्मवती आहद अस्पताल के संचालक और झोलाछाप के खिलाफ नाम दर्ज तहरीर दी। जिस पर असमोली पुलिस ने आईपीसी और मेडिकल एक्ट में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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