मेरठ: जिला जेल में लगेंगे दो स्कैनिंग मशीन और 34 कैमरे, शासन को भेजा प्रस्ताव

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Published By Vishal Singh
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मेरठ, अमृत विचार। मेरठ जेल में हाल ही में कैदी को नशे की गोलियां देते हुए पकड़े गए अधिवक्ता अनुज गुप्ता मामले के बाद जेल पुलिस सतर्क हो गई है। इस तरह की पुनरावर्ती ना हो, इसके लिए जेल अधिकारियों ने प्रशासन को दो स्कैनिंग मशीन और 34 कैमरे लगाने को लेकर प्रस्ताव भेजा है।

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नहीं ले जा सकेंगे नशीली दवा व हथियार
मेरठ जिले की चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में मुलाकात के बहाने अब परिजन
, दोस्त या अधिवक्ता कैदी से मुलाकात करने के दौरान नशीली दवा और हथियार नहीं ले जा सकेंगे। जेल की निगरानी और सुरक्षा को पुख्ता करने के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। पूर्व में जेल में मोबाइल मिलने, सिम मिलने आदि मामले सामने आ चुके हैं। हाल ही में अधिवक्ता अनुज गुप्ता एक कैदी को सैंडिल की तली में नशीली दवा देते हुए गिरफ्तार हुए। जिसके बाद जेल में सुरक्षा का दायरा बढ़ा दिया गया और इस तरह की पुनरावर्ती ना हो इसके लिए जेल अधिकारियों ने आगे की रणनीति बनाई।

लगेंगी दो स्कैनिंग मशीन और 34 कैमरे
जेल में बंदियों से मुलाकात के बहाने हथियार
, नशीला पदार्थ या अन्य खतरनाक श्रेणी का कोई सामान लाना आसान नहीं होगा। स्कैनिंग मशीन और सीसीटीवी कैमरों में ऐसी गतिविधि कैद हो जाएगी। इसके लिए जिला कारागार की ओर से शासन को प्रस्ताव प्रस्ताव भेजा गया है। अनुमति मिलते ही कार्य शुरू करा दिया जायेगा। जेलर राकेश कुमार ने बताया कि जेल में 1707 बंदियों की क्षमता है, लेकिन यहां 2996 बंदी हैं। ऐसे में सुरक्षा और निगरानी भी एक चुनौती है। जेल के मुख्य द्वार से लेकर अंदर के परिसर और बैरकों तक 38 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन अब 34 सीसीटीवी कैमरे और लगेंगे।

जेल में कैदियों के आंकड़े

  1. बंदियों की क्षमता-  1707
  2. कैदी -                  2996
  3. महिला बंदी -         126
  4. आजीवन करावास बंदी संख्या -   500 
  5. बैरक संख्या -                           39

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