मेरठ: अपनी मांगों को लेकर मिल परिसर की टंकी पर चढ़े किसान, इंडेंट जारी करने और मिल चलाने की मांग

Amrit Vichar Network
Published By Vishal Singh
On

मेरठ, अमृत विचार। गन्ने का इंडेंट (लक्ष्य के अनुरूप कम गन्ना दिखाना) जारी न होने और मिल शुरू न होने पर सोमवार को किसानों ने मोहिउद्दीनपुर मिल पर प्रदर्शन करते हुए मिल में स्थित टंकी पर चढ़ गए। किसान गन्ना इंडेंट जारी  करने व मिल चलाने की मांग कर रहे थे। किसानों ने गन्ना भवन का भी घेराव किया। 

ये भी पढ़ें- मेरठ: 400 रुपए हो गन्ने का रेट, डेढ़ माह बाद भी दामों पर संशय बरकरार

26 नवंबर को लगी थी आग, तब से बंद है पेराई सत्र
मोहिउद्दीन चीनी मिल में 26 नवंबर को आग लग गई थी। जिसमें, चीफ इंजीनियर नरेंद्र कुशवाहा की मौत हो गई थी। जबकि, आधा दर्जन कर्मचारी झुलस कर घायल हो गए थे। तभी से मिल में पेराई सत्र बंद है। वहीं, इस घटना के बाद गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण ने मिल का निरीक्षण कर दूसरी मिलों में किसानों का गन्ना भेजने के आदेश दिए थे। 

मांगों को लेकर टंकी पर चढ़े किसान
मिल ना चलने पर सोमवार को किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। आरोप था कि मिल को 15 दिन में चलाने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन, 15 दिन से अधिक बीत चुके हैं। ना ही इंडेंट जारी किया गया है। जिस पर किसान मिल परिसर स्थित टंकी पर चढ़ गए और जमकर नारेबाजी की। वहीं, गन्ना भवन का भी घेराव किया गया।

22 हजार क्विंटल का इंडेंट जारी के आदेश
गन्ना भवन एसडीएम ओजस्वी राज किसानों के बुलाने पर गन्ना भवन पहुंचे और किसानों की समस्या सुनी। उन्होंने किसानों की मांग पर आठ दिन का इंडेंट जारी कराया। पांचली खुर्द के जगत सिंह ने किनोनी मिल से सेंटर हटवाने की मांग की। किसानों की सभी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया।

एक दिन का 22 हजार क्विंटल के आधार पर इंडेन्ट जारी किया गया। अधिकारियों के आश्वासन पर टंकी पर चढ़े किसान मोनू, छोटू व अन्य किसान नीचे उतर आए। इस दौरान  भाकियू युवा जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी, अजय नेहरा आदि मौजूद रहे।

ये भी पढ़ें- मेरठ: कुएं में गिरा तेंदुआ, आवाज आने पर ग्रामीणों को हुई जानकारी, वन विभाग रेस्क्यू करने में जुटा

संबंधित समाचार