बहराइच: कड़ाके की शीत लहर के बीच गुरुद्वारे में आस्था और श्रद्धा लेती दिखी हिलोरे, सैकड़ों संगत ने टेका माथा
अमृत विचार, बहराइच। खंडा जाके हाथ में कलगी सोहे शीश, सो हमरी रक्षा करें गुरु कलगीधर जगदीश और "तहिं प्रकाश हमारा भयो, पटना शहर विखे भव लयो" जैसे मधुर शबद कीर्तन से गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा गुरुवार को गूंज उठा। आस्था और श्रद्धा से दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज का पावन प्रकाश पर्व मनाया गया। दरबार साहब अमृतसर गुरुद्वारे से आए रागी जत्था ने झूम कर कीर्तन किया। सफेद और पीले फ़ूलो से सजी गुरु ग्रंथ साहिब जी की पालकी आकर्षण चुरा रही थी। कड़ाके की शीत लहर के बावजूद महिलाएं बच्चे व बुजुर्ग श्रद्धा से मत्था टेक कर गुरु सेवा में तल्लीन दिखे।
3.jpg)
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष मंदीप सिंह वालिया ने बताया हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी खालसा पंथ के संस्थापक श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का प्रकाश पर्व पूरे आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। पावन प्रकाश पर्व के अवसर पर सुबह और रात्रि कीर्तन दरबार सजा। अमृतसर दरबार साहिब से आए रागी जत्था भाई अमृतपाल सिंह और शाहजहांपुर से आए ढाढी जत्था भाई सुल्तान सिंह ने साध संगत को अपनी वाणी से निहाल किया।
मटेरा, गौरा,धनौली, निहालसिंह पुरवा, पयागपुर, श्रावस्ती, फखरपुर की संगत भी इस प्रकाश पर्व पर कड़ाके की ठंड और शीतलहर के बावजूद आस्था श्रद्धा के साथ शामिल हुई। गुरुद्वारे के हेडग्रंथी ज्ञानी विक्रम सिंह जी ने सरबत के भले की अरदास की। पूरे दिन अटूट लंगर चला। जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद छका। ठंड के बावजूद गुरु की सेवा में महिलाएं और बच्चे तल्लीनता से लगे दिखे।
3.jpg)
इस पर्व के अवसर पर गुरुद्वारा संरक्षक मनजीत सिंह शम्पी, जगनंदन सिंह, महामंत्री भूपेंद्र सिंह वालिया, उपाध्यक्ष परमजीत सिंह रम्पी, कोषाध्यक्ष जगजीत सिंह, देवेंद्र सिंह बेदी, मंत्री डाॅ. बलमीत कौर, परविंदर सिंह सम्मी,जसपाल सिंह, पवनप्रीत सिंह, गुरमीत सिंह मिंटू, आतमजीत सिंह, रविंदर सिंह, देवेंद्र पाल सिंह, कुलदीप सिंह चावला, अर्शदीप, प्रीतपाल सिंह, डा बलजीत कौर, गुरजीत कौर, बलजीत कौर, दलजीत कौर, जसप्रीत कौर, हरप्रीत कौर, राजेंद्र कौर, रमिंदर कौर, चरनजीत कौर व अन्य लोग शामिल रहे।
यह भी पढ़ें:-अयोध्या विकास प्राधिकरण खुद ही निकला अवैध कब्जेदार, नयाघाट पर बाढ़ खंड की जमीन पर बनवा डाली दुकानें
