कासगंज: रेलवे ओएचई तार की चपेट में आ कर जिंदा जला युवक
कासगंज, अमृत विचार। कासगंज जंक्शन रेलवे स्टेशन पर बुधवार दोपहर एक बड़ा हादसा हुआ। यहां एक महिला की चप्पल बोगी छत से उतारने के लिए छत पर चढ़ा युवक ओएचई तार में दौड़ रहे करंट की चपेट में आ कर जिंदा जल गया। उसके शरीर से काफी देर तक लपटें निकली। परिजनों के अनुसार युवक रेलवे में निजी मजदूरी करने आता था। जबकि रेल प्रशासन ने उसे मजदूर नहीं बताया है। घटना करीब 3:50 मिनट की है।
ये भी पढ़ें- कासगंज: फांसी के फंदे पर लटका मिला शख्स का शव, जांच में जुटी पुलिस
यहां प्लेट फार्म संख्या दो पर ट्रेन संख्या 05349 जो शाम 5:30 बजे कासगंज जंक्शन स्टेशन फर्रुखाबाद जाती है खड़ी हुई थी। इसी बीच एक महिला यात्री की चप्पल लेकर बंदर बोगी की छत पर छोड़ गया और चप्पल छोड़कर भाग गया। इसी बीच शहर के मुहल्ला आजाद नगर निवासी 28 वर्षीय अशोक पुत्र नन्नू सिंह गुजर रहे थे। महिला ने उनसे कहा कि मेरी चप्पल बोगी की छत से उतार दो। अशोक महिला की चप्पल उतारने के लिए बोगी छत पर चढ़े और इसी बीच रेलवे ओवर हेड इलैक्ट्रिक तार में दौड़ रहे 25 हजार वोल्ट की चपेट में आ गए और जिंदा जलने लगे। तेज लपटें निकलने लगी। पहले तो चंद मिनट तड़पे और फिर छत पर ही गिरे रह गए और काफी देर तक लपटें निकलती रहीं।
लोग बनाते रहे वीडियो, नहीं जुटा पाए हिम्मत
ओएचई तार की चपेट में आए अशोक के शरीर से तेज लपटें निकल रही थी। काफी देर तक लपटें निकलती रहीं और वीडियों बनाते रहे। तारों में दौड़ रहे करंट के डर से किसी ने भी छत पर चढ़ने की हिम्मत नहीं जुटाई।
मेरा भाई रेलवे में निजी तौर पर मजदूरी का कार्य करता है। वह नित्य की तरह गुरुवार को भी कार्य करके लौट रहे थे। लोगों ने बताया कि किसी महिला की चप्पल उतारने के लिए वह छत पर चढ़े थे और करंट की चपेट में आ कर जिंदा जल गए। - अंशुल कश्यप, मृतक का भाई।
घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे और विद्युत आपूर्ति ब्रेक कराकर मृतक का शव उतारा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। - आरपी सिंह, प्रभारी आरपीएफ
एक युवक ओएचई की चपेट में आया है। जिससे जलकर उसकी मौत हुई है। युवक अधिकृत रुप से रेलवे का कोई कर्मचारी नहीं है। वह इतना जला था कि उसकी पहचान भी सही से नहीं कर पा रहे। - मनोज शर्मा, स्टेशन प्रबंधक
ये भी पढ़ें- कासगंज: सड़क हादसे में अधेड़ की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
