रामपुर : 'विश्व पटल पर चमकेगा रामपुर का हुनर और रजा लाइब्रेरी'

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Published By Priya
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केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव ने रजा लाइब्रेरी और गांधी समाधि का लिया जायजा, रामपुर के सौंदर्यीकरण को लेकर हुई बैठक में किले पर रहा फोकस

रामपुर, अमृत विचार। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव मुग्धा सिन्हा ने कहा कि रामपुर का हुनर और रजा लाइब्रेरी विश्व पटल पर चमकेंगे। इससे पहले उन्होंने रामपुर रजा लाइब्रेरी और गांधी समाधि का जायजा लिया। करीब तीन घंटे तक निरीक्षण करने के बाद उन्होंने रामपुर विधायक और मंडलायुक्त समेत जिले के तमाम अफसरों के साथ बैठक की। जिसमें लाइब्रेरी के सौंदर्यीकरण, परिसर की स्थिति सुधारने और लाइब्रेरी की तरफ आने वाले मार्गों के सुदृढ़ीकरण को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। संयुक्त सचिव ने कहा कि रामपुर रजा लाइब्रेरी तो किताबों का ताजमहल है।  

भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर रजा लाइब्रेरी को संवारने की बात की थी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अधिकारियों के संग बैठक कर रजा लाइब्रेरी को विश्व पटल पर चमकाने के निर्देश दिए। गुरूवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव मुग्धा सिन्हा रजा लाइब्रेरी का जायजा लेने के लिए पहुंच गईं। उनके साथ शहर विधायक आकाश सक्सेना, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़, मुख्य विकास अधिकारी नंदकिशोर कलाल, अपर जिलाधिकारी हेम सिंह और नगर मजिस्ट्रेट सत्यम मिश्रा भी पहुंचे।

सभी ने बारीकी से रजा लाइब्रेरी का निरीक्षण किया। दरबार-ए- हॉल, पांडुलिपियों और पुस्तकों का भंडार, नवाबी दौर में संजोई गई ऐतिहासिक वस्तुएं, हजरत अली का हस्तलिखित कुरआन, भोजपत्र पर लिखी हुई रामायण आदि देखे। उन्होंने रजा लाइब्रेरी के लाइब्रेरियन डा. अबुसाद इस्लाही, सैयद तारिक अजहर, सनम अली खां से किताबों और पांडुलिपियों के रख रखाव के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। कहा कि रजा लाइब्रेरी ऐतिहासिक पांडुलिपियों और पुस्तकों का ताजमहल है। यह गजब की बात है कि पहले किसी ने इसके बारे में नहीं सोचा।

लेकिन, अब रजा लाइब्रेरी को विश्व पटल पर चमकाने के लिए मंत्रालय के स्तर पर जो भी कार्य करने होंगे, वे किए जाएंगे। यहां किसी भी तरह से धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। रजा लाइब्रेरी परिसर की हालत सुधारने के साथ ही सड़कों और आसपास के इलाकों का भी सौंदर्यीकरण कराया जाएगा।

उन्होंने लाइब्रेरियन डा. अबुसाद इस्लाही से कहा कि रजा लाइब्रेरी द्वारा प्रकाशित किताबों को दूसरी लाइब्रेरी को भी भेजा जाए इससे लाइब्रेरी की आय बढ़ेगी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने भी रजा लाइब्रेरी में कराए जा रहे कार्यो को बताया। इस मौके पर नवेद कैसर, हिमांशु सिंह, शबाना खानम आदि मौजूद रहे।

संयुक्त सचिव ने देखे रामपुरी चाकू और चटापटी से बने लिबास
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव मुग्धा सिन्हा ने चाकू कारीगर, वायलिन कारीगर, जरी जरदोजी, रामपुर की टोपी, चटापटी-पटापटी से बने लिबास देखे। उन्होंने कारीगरों से उनके उत्पादों के बारे में विस्तृत जानकारी के साथ ही उनके उत्पादों के इतिहास के बारे में पूछताछ की।

विधायक, मंडलायुक्त और जिलाधिकारी ने किया  मंथन 
 संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव मुग्धा सिन्हा ने रजा लाइब्रेरी के निरीक्षण के बाद दो घंटे तक अफसरों के साथ बैठक की। जिसमें विधायक आकाश सक्सेना, मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड, मुख्य विकास अधिकारी नंद किशोर कलाल समेत रजा लाइब्रेरी के अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे। बैठक में रजा लाइब्रेरी परिसर के सौंदर्यीकरण, भवन की सजावट, सड़कों की दशा सुधारने समेत विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। सभी ने अपने-अपने सुझाव भी रखे। जिस पर संयुक्त सचिव ने जिलाधिकारी को विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रामपुर के विधायक की पहल अच्छी और सराहनीय है। 

रामपुर रजा लाइब्रेरी के 250वें जश्न में शामिल हो सकते हैं प्रधानमंत्री 
 रजा लाइब्रेरी का निरीक्षण करने के बाद संयुक्त सचिव ने किला परिसर का भी जायजा लिया। उन्हें मिले सुझावों में किला परिसर की मरम्मत करने के साथ ही रंग बिरंगी लाइटें लगाने का भी प्रस्ताव शामिल है। जिस पर अधिकांश लोगों ने सहमति जताई। विधायक आकाश सक्सेना ने बताया कि 2024 में रजा लाइब्रेरी के ढाई सौ साल पूरे होंगे। लिहाजा, यह भी सहमति बनी है कि इस मौके पर बड़ा आयोजन किया जाएगा। जिसमें  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और   मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही देश विदेश के मेहमानों को भी बुलाया जाए। ताकि, दुनिया को पता लग सके कि शोधकर्ताओं के लिए रजा लाइब्रेरी कितनी अहम है और यहां क्या-क्या ऐतिहासिक चीजें है। इसके अलावा लाइब्रेरी के डिजिटलीकरण समेत ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी बढ़ावा दिया जाएगा। जिससे दूसरे देशों के शोधकर्ताओं की लाइब्रेरी और ऐतिहासिक पुस्तकों तक पहुंच आसान हो सके।

रजा लाइब्रेरी के कर्मचारियों ने सुनाया अपना दर्द
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव मुग्धा सिन्हा को रजा लाइब्रेरी के संविदा कर्मचारियों ने अपना-अपना दर्द सुनाया। कर्मचारियों का दर्द सुनकर हैरत जताते हुए कहा कि रजा लाइब्रेरी का बसलाहियत स्टॉफ बीस-पच्चीस वर्षो से संविदा पर कार्य कर रहा है। उनके तजुर्बे को देखते हुए कहा कि लाइब्रेरी को ऐसे ही लोगों की जरूरत है। कहा कि ऐसे लोगों के लिए पोस्ट क्रियेट कराई जाएं। उनके लिए लाइब्रेरी के रूल्स में तब्दीली की जाए। संयुक्त सचिव ने भिन्न-भिन्न भाषाओं की पांडुलिपियों और किताबों के अनुवाद कराए जाने पर जोर दिया। कहा कि दूसरी भाषाओं की किताबों का हिन्दी भाषा में अनुवाद हो चुका है उनके बकायाजात अदा करके उन किताबों को जल्दी प्रकाशित किया जाए। जिससे जो लोग उर्दू, अरबी, फारसी भाषाएं नहीं जानते हैं वे भी लाभाविंत हो सकें। रजा लाइब्रेरी के इल्मी खजाने में सातवीं शताब्दी में हजरत अली के हाथ का लिखे कुरआन मजीद, वाल्मीकि रामायण, राग माला और करीब दो सदी पुरानी एलबम को देखकर संयुक्त सचिव ने हैरत जताई और कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे कार्य की प्रशंसा की।

रजा लाइब्रेरी के निदेशक के रिक्त पद पर नियुक्ति की मांग 
रामपुर।  मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख उत्तराखंड एवं पश्चिमी उत्तर फैसल मुमताज ने रामपुर रजा लाइब्रेरी में अयोजित बैठक में रामपुर रजा लाइब्रेरी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए संयुक्त सचिव  से रजा लाइब्रेरी के निदेशक एवं अन्य रिक्त पदों पर नियुक्ति की मांग रखी। फैसल मुमताज की मांग पर कमिश्नर मुरादाबाद , जिला अधिकारी एवं नगर विधायक आकाश सक्सेना ने रजा लाइब्रेरी के डायरेक्टर की जल्द नियुक्ति कराए जाने का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि 20 फरवरी 2020 को निदेशक रामपुर रजा लाइब्रेरी  संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार का कार्यकाल समाप्त हो गया है। जिसे तीन वर्ष का समय होने वाला है।

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