Sri Lanka: दुबई से स्वदेश लौटे श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे

Amrit Vichar Network
Published By Priya
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कोलंबो। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे दुबई से स्वदेश लौट आए हैं। पिछले साल श्रीलंका में आर्थिक संकट के कारण उनकी सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिसके चलते उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी थी और फिर वह विदेश चले गए थे। गोटाबाया चार महीने पहले श्रीलंका से लौटे थे। इसके बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी।

 समाचार पत्र ‘डेली मिरर लंका’ ने हवाई अड्डा ड्यूटी प्रबंधक और हवाई अड्डा आव्रजन विभाग के प्रवक्ता के हवाले से बताया कि राजपक्षे और उनकी पत्नी आयोमा गुरुवार को दुबई से यहां भंडारनाइके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे। खबर के अनुसार वे ‘एमिरेट्स’ की उड़ान संख्या ‘ईके-650’ से स्वदेश लौटे। समाचार पोर्टल ‘न्यूजफर्स्ट डॉट आईके’ के अनुसार, दुबई की अपनी यात्रा के दौरान, राजपक्षे “फेम पार्क” नामक विदेशी पशु फार्म गए थे।

 गौरतलब है कि देश में विरोध प्रदर्शनों के बीच बेकाबू होते हालात के मध्य राजपक्षे (73)जुलाई को श्रीलंकाई वायुसेना के विमान से श्रीलंका से मालद्वीव चले गए थे। वहां से वह सिंगापुर चले गए थे और सिंगापुर से ही 14 जुलाई को उन्होंने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। कुछ सप्ताह बाद वह वहां से थाईलैंड चले गए थे। तब थाईलैंड ने कहा था कि राजपक्षे देश में 90 दिन तक रह सकते हैं क्योंकि उनके पास राजनयिक पासपोर्ट है लेकिन उन्हें थाईलैंड में राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई थी।

 वह एक होटल में थे और सुरक्षाकर्मियों से घिरे रहते थे। राजपक्षे को सितंबर 2022 में थाईलैंड से श्रीलंका लौटने पर विशेष सुरक्षा दी गई थी और एक राजकीय आवास दिया गया था। पूर्व में श्रीलंका और अमेरिका दोनों की नागरिकता रखने वाले राजपक्षे को 2019 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले अपनी अमेरिकी नागरिकता छोड़नी पड़ी थी।

 श्रीलंका के संविधान के अनुसार, दोहरी नागरिकता रखने वालों के चुनाव लड़ने पर रोक है। राजपक्षे के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार का मामला 2019 में उनके राष्ट्रपति चुने जाने के तुरंत बाद वापस ले लिया गया था। शीर्ष रक्षा अधिकारी रहते हुए उनके खिलाफ यह मामला दर्ज किया गया था। ‘द संडे टाइम्स’ अखबार के अनुसार राजपक्षे ने किसी भी देश में शरण पाने में विफल रहने के बाद इस महीने की शुरुआत में अपनी अमेरिकी नागरिकता बहाल किए जाने के लिए आवेदन किया था। 

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