अयोध्या : गणेश चतुर्थी कल, कथा बिना नहीं मिलेगा पूजा का फल 

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
On

संतान की लंबी उम्र के लिए माताएं रखेंगी निर्जला व्रत

अमृत विचार, अयोध्या। माघ महीने का पहला व्रत गणेश चतुर्थी (सकट चौथ) मंगलवार को है। इसे बड़ी चतुर्थी भी कहा जाता है। इस दिन माताएं संतान की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। मंगलवार को चतुर्थी सुबह नौ बजकर 40 मिनट पर ही लग जाएगी, जो बुधवार को दिन में 11.30 तक रहेगी। जनपद में चंद्रोदय का समय रात आठ बजकर 45 मिनट है। चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही महिलाएं व्रत का पारण कर सकेंगी। 

  • 8:45 पर होगा चंद्रोदय
  • 9:40 मिनट पर सुबह लगेगी चतुर्थी
  • 11:30 बजे बुधवार तक रहेगी चतुर्थी


ज्योतिषाचार्य पंडित रामानंद पांडेय ने बताया कि यह दिन गणेश जी के प्राकट्य का है। मान्यता है कि गणेश चतुर्थी व्रत संतान पर आने वाले हर संकट से उसे बचाता है। इसे सकट चौथ, तिलकुट चतुर्थी, लंबोदर चतुर्थी भी कहते हैं। यह भी माना गया है कि व्रत में कथा के बिना पूजा का फल नहीं मिलता। इस व्रत को माताओं के अलावा अन्य लोग भी रख सकते हैं। भगवान गणेश विघ्नहर्ता हैं। ग्रहों की शांति के लिए भी यह व्रत उठाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि भगवान गणेश को गुड़, गंजी और सिंदूर बहुत प्रिय है। पूजा के दौरान भगवान को इन चीजों का सेवन जरूर कराएं। साथ ही दूध, घी और मीठे का भी भोग लगाएं। 

गंजी के भाव तीन गुना बढ़े


गंजी यानी शकरकंद। यह ऊर्जा उत्पादक आहार है। इसमें अनेक विटामिन रहते हैं। इसमें आलू की अपेक्षा अधिक स्टार्च रहता है। गणेश चौथ पर गंजी भगवान गणेश को चढ़ती है। फलाहारियों का यह बहुमूल्य आहार है। सकट चौथ पर इसकी मांग बढ़ते ही गंजी विक्रेताओं ने इसके दाम बढ़ा दिए हैं। मंडी में 50 से 60 रुपये किलो तो गली-मोहल्लों में विक्रेता मनमाफिक दाम ले रहे हैं।

यह भी पढ़ें:-लखनऊ : बेकाबू ट्रैक्टर ट्रॉली ने गाड़ियों को मारी टक्कर, कई वाहन क्षतिग्रस्त

संबंधित समाचार