लखनऊ : अलाया मामले में खाली हाथ एलडीए

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Published By Virendra Pandey
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अमृत विचार, लखनऊ। पूर्व में हुई अन्य घटनाओं की तरह अलाया अपार्टमेंट मामला ठंडा होता नजर आ रहा है। इस मामले पर अब तक किसी तरह की जांच व कार्रवाई नहीं हो सकी है। यहां तक की अब तक अपार्टमेंट से जुड़ी फाइलें तक लखनऊ विकास प्राधिकरण नहीं ढूंढ पाया है।

गौरतलब है कि 24 जनवरी को हजरतगंज क्षेत्र के वजीर हसन रोड पर पांच मंजिला अपार्टमेंट भरभराकर गिर गया था। इस हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। अपार्टमेंट बिना मानचित्र अवैध रूप से बनाया गया था। जिसे बनाने में यजदान बिल्डर का नाम सामने आया था।

इस घटना को देखते हुए कार्रवाई के लिए हजरतगंज व महानगर क्षेत्र में यजदान बिल्डर के कुल सात अपार्टमेंट चिह्नित किए गए थे। लेकिन, मानचित्र व शमन शुल्क संबंधित फाइलें किसी की नहीं मिली हैं, जो फिलहाल गायब हैं। ऐसे में कमेटी गठित कर फाइलों की रिपोर्ट तैयार करनी है। लेकिन, जी-20 कार्यक्रम के चलते यह मामला ठंडा पड़ गया है। इस मामले पर जिम्मेदार अधिकारियों ने सीयूजी फोन तक उठाने बंद कर दिए हैं।

जेपीएनआईसी की नहीं मिली जांच रिपोर्ट

गोमती नगर में करोड़ों रुपये से बने जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) के घोटाले की जांच नहीं हो पाई है। जो लखनऊ विकास प्राधिकरण ने थर्ड पार्टी के तौर पर केंद्र सरकार की राइट्स संस्था को दी थी। जिसकी रिपोर्ट हरहाल में 15 जनवरी तक रिपोर्ट मांगी थी। फिलहाल जांच अभी लंबित है। संस्था की जांच कहां तक पहुंची और कब रिपोर्ट देगी यह संबंधित अधिकारियों को भी नहीं पता है। जबकि जांच में 16 अधिकारी लगाए गए हैं।

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