एलडीए ने दिए भूखंड, बाहरी ने बना लिए मकान
वैष्णव खंड पर आवंटित भूखंडों पर कब्जा की शिकायतें
अमृत विचार, लखनऊ। साहब! लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने वैष्णव खंड बसाकर भूखंड दिए थे। जिस पर आवंटियों से पहले बाहरी लोगों ने पक्के मकान बनाकर कब्जा कर लिए। यह गुहार गुरुवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण में आयोजित जनता अदालत यानी की प्राधिकरण दिवस में पीड़ितों ने लगाई।
जनता अदालत की अध्यक्षता उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी व सचिव पवन कुमार गंगवार ने की। इस दौरान लखनऊ जनकल्याण महासंघ के पदाधिकारी व सदस्य पहुंचे। साथ आए दयानंद सिंह, पीएल यादव व बीपी सिंह ने बताया कि गोमती नगर सेक्टर 6 में एलडीए ने वैष्णव खंड बनाया था। 2004 में यहां कई भूखंड काटकर बिक्री किए गए। जिसमें कुछ लोगों ने मकान बना लिए। लेकिन, पास स्थित मलेशेमऊ गांव व कालोनी का पानी सड़क पर भरता है। जिसकी निकासी के इंतजाम नहीं है। इससे बड़ी समस्या यह है कि 15 प्लाट खाली पड़े थे। जिस पर झोपड़ी व पॉलीथिन डालकर बाहरी रहने लगे। एक बार एलडीए ने अभियान चलाकर इनका अतिक्रमण ध्वस्त किया था। लेकिन, बाद में उन्हीं प्लाटों पर बाहरी ने पक्के मकान बना लिए हैं। इससे कब्जा नहीं मिल पाया है और दो साल से पत्राचार कर रहे हैं। दयानंद सिंह ने बताया कि सचिव ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
वहीं, दूसरी शिकायत जानकीपुरम निवासी अमित सक्सेना ने की। बताया कि उन्होंने सितंबर 2022 में एलडीए का प्लाट खरीदा था। जिसकी रजिस्ट्री अब तक नहीं हो पाई है। इसके अतिरिक्त लाजपत नगर निवासी शैलेन्द्र शर्मा ने बालागंज में नजूल भूमि पर अवैध निर्माण की शिकायत की। इस पर उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने रिपोर्ट तलब की तो पता चला कि विहित न्यायालय ध्वस्तीकरण आदेश पारित हो चुका है। जिस पर कार्रवाई के निर्देश दिए और 15 दिन में रिपोर्ट मांगी है। अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि इस तरह 62 शिकायत पत्र में 14 का मौके पर निस्तारण किया गया। प्राधिकरण दिवस में जोनल अधिकारी डॉ. अरुण कुमार सिंह, रामशंकर व देवांश त्रिवेदी रहे।
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