लखनऊ: भाषा विश्वविद्यलाय में छात्रों को शिवाजी जयंती मनाने से वार्डन ने रोका, Video हुआ Viral

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह शिवाजी जयंती के मौके का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में कैंपस परिसर में स्थित हॉस्टल के वार्डन ने छात्रों को शिवाजी जयंती मनाने से रोक दिया। छात्रों का आरोप है कि हॉस्टल परिसर से शिवाजी की फोटो जबरन हटवाई गई। साथ ही नोटिस देने की धमकी भी दी है। 

शिवाजी जयंती मनाने को लेकर हुए विवाद के संबंध में आज विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने मीडिया के समक्ष यह पक्ष रखा कि उन्हें जयंती मनाने का अवसर नहीं दिया गया जबकि प्रशासनिक अनुमति ना प्राप्त करने पर केवल उन्हें उस आयोजन को अपने निजी कक्ष में मनाने को कहा गया।

इस प्रकरण से संबंधित वीडियो के कुछ चयनित हिस्से सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए गए हैं जबकि शिवाजी जयंती का आयोजन विद्यार्थी कक्ष में किया गया जिसमें कुलानुशासक डॉ नीरज शुक्ल एवं डॉ उधम सिंह भी सम्मिलित हुए।

वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि छात्रों ने शिवाजी जयंती मनाने को लेकर कोई अनुमति नहीं ली थी। छात्रों ने हॉस्टल के वार्डन डॉक्टर आजम अंसारी के रवैये पर नाराजगी जताते हुए कहा कि हॉस्टल परिसर में शिवाजी की फोटो लगी थी। लेकिन, वार्डन ने हटवा दिया। वहीं, इस पूरे मामले पर पूरा मामला सुभाष छात्रावास का है।

 

प्रॉक्टर प्रो. नीरज शुक्ला ने बताया कि छात्रों ने पूर्व में विश्वविद्यालय प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली थी। कार्यक्रम करने से शांति भंग हो सकती थी इसलिए उन्हें रोका गया। 1 छात्रों का कहना है कि हमें अपने देश के महापुरुषों के जन्मदिवस का कार्यक्रम नहीं करने दिया जा रहा है। वहीं सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें डॉक्टर आजम अंसारी यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि बिना अनुमती के कार्यक्रम नहीं करने दिया जाएगा।

आज इस संबंध में विश्वविद्यालय कुलपति प्रो एनबी सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जांच करने के लिए एक विशेष जांच कमेटी का गठन किया है जो अपनी रिपोर्ट एक हफ्ते के भीतर कुलपति को सौंपेगी। जांच कमेटी की रिपोर्ट आने तक हॉस्टल के वार्डन डॉ वसी आज़म अंसारी को वॉर्डन  के कार्य से विरत किया गया है।

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