भारत और फ्रांस की दोस्ती ऐतिहासिक और अटूट : इमैनुएल लेनैन

ग्रीनवुड स्कूल में इंटैक द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों से फ्रांस के राजदूत का सीधा संवाद,

भारत और फ्रांस की दोस्ती ऐतिहासिक और अटूट : इमैनुएल लेनैन

गांधी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे राजदूत, कोठी शाहबाद और खासबाग पैलेस की तस्वीरें खींचते नजर आए फ्रांसीसी राजनयिक

रामपुर,अमृत विचार। पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां के निमंत्रण पर रामपुर आए फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने दूसरे दिन ग्रीनवुड स्कूल में इंटैक द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों से सीधा संवाद स्थापित किया। राजनयिक ने रजा लाइब्रेरी में कुरान, रामायण, रागमाल और लोहारू कलेक्शन देखा। उन्होंने गांधी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। रामपुर में स्थित धरोहरों से प्रभावित राजनयिक कोठी शाहबाद और खासबाग पैलेस की तस्वीरें खींचते भी नजर आए। 

फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इंटैक) की ओर से ग्रीनवुड सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में छात्र–छात्राओं से सीधा संवाद किया। उनके सवालों के जवाब दिए हऔर अपने देश की कला, संस्कृति, वीजा पॉलिसी, पर्यटन और शिक्षा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस अच्छे दोस्त हैं। यह दोस्ती ऐतिहासिक और अटूट है। भारत के लोगों के लिए फ्रांस के द्वार खुले हुए हैं। कार्यक्रम में इंटैक रुहेलखंड चैप्टर के संयोजक पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां, सह संयोजक काशिफ खां, ग्रीनवुड स्कूल के प्रशासक शाहिद खां, प्रधानाचार्य नीरज कुमार तिवारी और नगरपालिका परिषद के प्रशासक उपजिलाधिकारी राजेश कुमार आदि मौजूद रहे।

फ्रांस के राजदूत गांधी समाधि पहुंचे। उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि गांधी जी भारत के ही नहीं, पूरे विश्व के लिए आइडियल हैं। इस मौके कर पूर्व विधायक अफ़रोज़ अली खां, नोमान खां, महफूज़उर्रहमान खां, लल्लन खां, इकबाल खां, आरिफ खां, अर्शी खां, शारिक जापानी, अज़हर खां, जगमोहन मोना, ज़ुबैर खां, परवेज़ खां, ख़ुशनुद खां, राजा खां, दिव्यांश सिंघल, शुभम रस्तोगी, शारिक अली खां, इरफान मन्सूरी, नईम खां, जीशान रजा खां आदि थे।

राजनयिक ने रजा लाइब्रेरी में कुरान, रामायण, रागमाल और लोहारू कलेक्शन देखा
फ्रांसीसी राजनयिक ने रजा लाइब्रेरी में पांडुलिपियों के अलावा हजरत अली, इब्ने मुकला, इमाम जाफर सादिक, इमाम मूसा रज़ा, याकूत मुस्तासीमी के हाथों से लिखा गया कुरान, वाल्मीकि रामायण का फारसी अनुवाद, रागमाला, दीवान–ए–बाबर और जामीउत तवारीख़ को देखा। उन्होंने पूर्व सांसद बेगम नूरबानो को दहेज में मिली पुस्तकों के संग्रह लोहारू कलेक्शन की प्रशंसा की।

राजदूत ने कहा कि रजा लाइब्रेरी में शोधकर्ताओं के लिए सबकुछ है। दिमाग को जंझोड़ देने वाला भंडार है। यहां लाइब्रेरियन डॉ अबुसाद इस्लाही, अरुण कुमार सक्सेना, हिमांशु सिंह, मौलाना इरशाद नदवी और मुख्तार अहमद मौजूद रहे। नवाब रजा अली खां के शासन में 1930 में बनकर तैयार हुए खासबाग पैलेस में राजदूत इमैनुएल लेनैन का ध्यान कई चीजों ने अपनी ओर आकर्षित किया। पैलेस की निर्माण कला, बंगाल टाइगर के स्टेच्यू, पेंटिग्स, फव्वारे, दरबार हॉल, सिनेमाहॉल, संगीत हॉल, स्वीमिंग पूल और खंडहर में तब्दील हो रही धरोहर को उन्होंने अपने कैमरे में कैद किया।  फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने शाहबाद जाकर कोठी देखी। वो इस कोठी की भव्यता देखकर हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि यह ऐसी धरोहर है जिसे सहेज कर रखा जाना चाहिए।

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