अयोध्या: खराब पड़े हैं सरकारी नलकूप, ऑपरेटरों का भी अकाल 

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Published By Jagat Mishra
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जनपद में शासन के मुफ्त सिंचाई के दावे भी साबित हो रहे बेमानी

अमृत विचार, अयोध्या। जनपद के अधिकतर ग्राम पंचायतों में सरकारी नलकूप ठप पड़े हैं। कहीं मोटर फुंकी पड़ी है तो कहीं ट्रांसफार्मर खराब पड़ा है, जिससे शासन के मुफ्त सिंचाई के दावे बेमानी साबित हो रहे हैं। फसलों की सिंचाई के समय किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक-एक रुपये एकत्रित कर परिवार का भरण पोषण करने वाले किसानों के सामने बोवाई से पहले सिंचाई करने का बड़ा संकट आ जाता है। नलकूप खराब रहने के कारण किसानों को अपने निजी खर्च पर सिंचाई करानी पड़ती है। सबसे खराब हालत तो वहां है जहां नलकूप चल रहे हैं, लेकिन ऑपरेटर नदारद रहते हैं। 
         
पूराबाजार प्रतिनिधि के अनुसार ब्लॉक में कुल 30 नलकूप हैं, जिसमें मडना,भदौली और रामपुर सरधा सहित 3 नलकूप बंद हैं। रामपुर सरधा में लगा नलकूप कोविड के समय से ही खराब चल रहा है। गांव के सुलेमान, रति पाल, पहाड़ी वर्मा, निशांत ने बताया कि कोविड-19 के  समय से ही नलकूप खराब है। पाइप जगह-जगह फटी है। हौज टूटा है, जिसके चलते नलकूप बंद हो गया। नलकूप ऑपरेटर आते ही नहीं है। निशांत ने बताया कि जिले के विभागीय अधिकारियों को सूचना दी गई है लेकिन अभी तक नहीं बना है। ऑपरेटरों की लापरवाही का आलम यह है कि कर्मा कोडरी, कछौली, शांतिपुर नलकूपों पर तैनात ऑपरेटर दिखाई नहीं पड़ते। ग्रामीण नलकूप चलाकर सिंचाई करते रहते हैं। नलकूप विभाग के अवर अभियंता धीरज यादव ने बताया कि रामपुर सरधा में लगे नलकूप संख्या 118 खराब है, जिसे ठीक कराने के लिए इस वर्ष कार्य योजना में बजट आते ही नलकूप ठीक हो जाएगा। उन्होंने बताया कि मडना और भदौली बुजुर्ग में लगा नलकूप भी जल्द ठीक हो जाएगा। सोहावल तहसील के दोनों विकास खंड सोहावल और मसौधा में 114 नलकूप हैं इनमे अकेले सोहावल में 81 हैं। यहां 12 से अधिक नलकूप विभिन्न कारणों से बंद है। ऑपरेटरों की संख्या इतनी कम है कि एक ऑपरेटर के जिम्मे 2 से 3 नलकूपों के निगरानी की जिम्मेदारी चल रही है।

154 नलकूपों के सापेक्ष मात्र 28 ऑपरेटर की तैनाती
मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र में 154 नलकूप हैं, जिनके संचालन के लिए मात्र 28 ऑपरेटरों की तैनाती की गई है। नलकूप विभाग के एसडीओ मिल्कीपुर नींबू लाल ने बताया की मिल्कीपुर व अमानीगंज क्षेत्र में कुल 154 नलकूप हैं जिनमें 248 बीजी का नलकूप खराब पड़ा है, जिसे बहुत जल्द चालू करा दिया जाएगा। एक ऑपरेटर को 3 से 6 नलकूपों के संचालित करने का प्रभार दिया गया है। 

यहां तो बंद नलकूपों के आगे हो गया अतिक्रमण 
हैदरगंज प्रतिनिधि के अनुसार विकासखंड तारुन क्षेत्र में सरकारी ट्यूबवेल की संख्या 104 है। कुछ को छोड़कर अधिकांशत: नलकूप जैसे जाना स्थित मिसरहिया, बेलगरा स्थित अधियारे आदि दर्जनों की संख्या में कई वर्षों से बंद पड़े हैं। बंद नलकूपों की नालियों को लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। ऑपरेटरों की बहुत कमी है। 144 बीजी कटौना के नलकूप चालक राम तीरथ निषाद ने बताया विभाग ने दस सरकारी ट्यूबवेल की जिम्मेदारी दी है। जानकारी करना चाहा तो अवर अभियंता का फोन नहीं उठा और सहायक अभियंता का फोन बंद जा रहा है। क्षेत्र के किसान राज बहादुर वर्मा, राजेंद्र यादव, भोला पांडे, राजेश दुबे आदि ने बताया विभाग की उदासीनता के चलते नलकूपों की स्थित दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है।


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