मुरादाबाद : स्मार्ट सिटी में पेयजल का संकट, सार्वजनिक प्याऊ की टूटी हैं टोटियां...अधिकािरयों के दावे हवा-हवाई

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Published By Bhawna
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सौर ऊर्जा आधारित वाटर एटीएम में कई खराब, प्यास बुझाने को लोग बोतलबंद पानी खरीदने को मजबूर

शहर की आबादी के हिसाब से अपर्याप्त हैं वाटर एटीएम, स्मार्ट सिटी मिशन में अधिकािरयों के दावे हवा-हवाई

मुरादाबाद, अमृत विचार। गर्मी बढ़ने के साथ लोगों के हलक सूखने लगे हैं। प्यास बुझाने के लिए बेहतर प्रबंध के दावे का दम भी गर्मी में निकल रहा है। 33 डिग्री तापमान में कड़ी धूप से पसीना निकलने पर लोग प्यास बुझाने के लिए पानी की तलाश में भटक रहे हैं। ऐसे में स्मार्ट सिटी में उन्हें प्यास बुझाने के लिए बोतलबंद पानी का ही सहारा है। क्योंकि सार्वजनिक प्याऊ का हाल बेहाल है। स्मार्ट सिटी मिशन में लगे वाटर एटीएम की संख्या शहर के दस लाख से अधिक की आबादी के लिए अपर्याप्त साबित हो रही है। 

स्वच्छ पेयजल देने के सरकार के दावे स्मार्ट सिटी में बेमानी हैं। घर से निकलते समय यदि आपके पास पानी की बोतल नहीं है तो गला सूखने पर आपको स्मार्ट सिटी में पानी के लिए भटकना पड़ेगा। या फिर दुकानों से बोतलबंद पानी लेकर ही प्यास बुझानी पड़ेगी। कारण, महानगर में सार्वजनिक प्याऊ खस्ताहाल है। कहीं टोटी टूटी हैं तो कहीं पानी की पाइप लटक रही है। वाटर पोस्ट पर जमी काई से लगता है कि यहां लंबे अरसे से सफाई के नाम पर कुछ नहीं किया गया। 

यह स्थिति जिला एवं सत्र न्यायालय के मुख्य प्रवेश द्वार के पास, जेल रोड, आंबेडकर पार्क के सामने और गांधी पार्क के सामने की है। जहां सुबह से लेकर देर शाम तक चहल-पहल रहती है। कहीं फरियादियों की भीड़ है तो कहीं बंदियों से मिलने वाले लोगों को सड़क किनारे पानी के लिए प्याऊ (वाटर पोस्ट) पर आकर भी खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। इसका फायदा 15-18 रुपये की एक लीटर पानी की बोतल को 20 रुपये में बेचने वाले दुकानदार उठा रहे हैं।

10 जून को प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद ने किया था लोकार्पण
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में लगे सोलर आधारित वाटर एटीएम का पिछले साल 10 जून को पंचायत भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद ने लोकार्पण किया था। इसका उद्देश्य सस्ता व स्वच्छ  जल लोगों को उपलब्ध कराना था। इस वाटर एटीएम में दो रुपये का सिक्का डालने पर एक लीटर सादा पानी और चार रुपये में ठंडा पानी मिलता है। जबकि बाजार में एक लीटर बोतल बंद पानी 20 रुपये में मिल रहा है।

स्मार्ट सिटी मिशन के वाटर एटीएम कहीं ठीक, कहीं खराब
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर में 2.93 करोड़ रुपये से सोलर आधारित 20 वाटर एटीएम लगाए गए हैं। इसके जरिए सस्ता और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का उद्देश्य है। लेकिन, उचित रखरखाव न होने से कई मशीन पर ठंडा पानी नहीं मिल रहा है। हालांकि, इसकी बेहतर मानीटरिंग का दावा निगम और स्मार्ट सिटी मिशन के अधिकारियों का है। वह कहते हैं कि हर वाटर एटीएम पर केयर टेकर की निगरानी है। हालांकि, कई बार वाटर एटीएम खराब होने की जानकारी अधिकारियों तक नहीं पहुंचती, भले ही एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से पूरे शहर की 263 कैमरे से निगरानी की बात कही जा रही है। स्मार्ट सिटी मिशन के नोडल अधिकारी टीएन मिश्र कहते हैं कि वैसे तो सभी वाटर एटीएम क्रियाशील हैं। यदि किसी जगह विशेष पर खराबी होगी तो उसे ठीक कराएंगे।

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