बिजनौर : गुलदार के हमले से महिला की मौत, वन विभाग ने खेत में लगाया पिंजरा

बिजनौर : गुलदार के हमले से महिला की मौत, वन विभाग ने खेत में लगाया पिंजरा

बिजनौर/नगीना, अमृत विचार। गुलदार ने गन्ने के खेत से निकलकर महिला को खींचकर गन्ने के खेत में ले गया। खेत में महिला को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया। काफी समय तक घर न पहुंचने पर परिजनों ने जब उसे जंगल में तलाश किया। जंगल पहुंचे ग्रामीणों को कुछ आवाज आई तो ग्रामीणों ने गन्ने के खेत की ओर देखा तो गुलदार महिला के शव को खा रहा था। ग्रामीणों ने हमला किया तो गुलदार खेत से भाग गया। 
  
थाना क्षेत्र के ग्राम काजीवाला निवासी हरि सिंह की पत्नी मिथिलेश कुमारी 40 वर्ष शनिवार की सुबह गांव से 150 मीटर दूर जंगल गई थी। जंगल में गन्ने के खेत से गुलदार बाहर निकला और उसकी गर्दन पर पीछे से हमला कर दिया और उसे खींचकर गन्ने के खेत में ले गया। इस दौरान महिला का शॉल उसी खेत में पड़ा रह गया। काफी समय बीत जाने के बाद जब महिला घर नहीं पहुंची तो पड़ोस की महिलाओं ने उनके घर पहुंच कर कहा कि जंगल में गुलदार घूम रहा है। तभी मृतका के परिजनों व बच्चों को चिंता होने लगी और वह महिला को देखने के लिए जंगल की ओर चले गए। 

जब वह पास में ही खेत पर पहुंचे तो महिला का शॉल पड़ा हुआ था। जिसे देखकर परिजनों ने ग्रामीणों को बुला लिया। ग्रामीण गन्ने के खेत की तरफ गए तो देखा कि खेत में गुलदार कुछ खा रहा था जिसे देखकर उनके होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत गांव से और लोगों को बुलाया। तब सैकड़ों लोग लाठी-डंडे लेकर मौके पर पहुंचे और गुलदार को खेत से भगाया। बाद में ग्रामीणों ने उसका पीछा किया लेकिन गुलदार काफी दूर निकल गया। खेत में ग्रामीणों ने देखा तो  महिला के अवशेष पड़े थे। सूचना मिलते ही एसडीएम शैलेंद्र कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी संग्राम सिंह, थाना प्रभारी रविंद्र कुमार वशिष्ठ, वन विभाग के कर्मचारी व अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली तथा मृतका के पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 
  
मौके पर पहुंची वन विभाग के एसडीओ अंशुमान मित्तल, रेंजर पीके शर्मा, वन दरोगा जगत सिंह, धर्मेंद्र सिंह, रूचित चौधरी, वनरक्षक दीपक कुमार, संजय राणा सहित वन विभाग की टीम ने कांबिंग कर उसके पैरों की निशान देखे और तुरंत पिंजरा मंगा कर घटनास्थल के पास गन्ने के खेत में पिंजरा लगा दिया। वन दरोगा रूचि चौधरी ने बताया कि ड्रोन उड़ा कर गुलदार की लोकेशन को देखा जाएगा। इधर खो नदी की आस पास के गांव गोप वाला, चमरावाला, इस्लामाबाद तथा आसपास के गांव में ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। नवंबर माह से बराबर गुलदार के हमले हो रहे हैं। लेकिन वन विभाग गुलजार के हमलों पर रोक नहीं लगा पा रहा है। वन विभाग ने अब तक केवल तीन गुलदार को ही कैद करने में सफलता मिली है।

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