2047 तक भारत पूरी दुनिया में सर्वोपरि होगा: डॉ. जीएन सिंह

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Published By Deepak Mishra
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गोरखपुर। केंद्र सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक एवं वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने आज गोरखपुर में कहा कि विगत कुछ वर्षों से देश के नेतृत्व में जो दूरदर्शिता व कर्मठता दिखाई है, उसके परिणामस्वरूप वर्ष 2047 तक भारत पूरी दुनिया में सर्वोपरि होगा।

डॉ. सिंह रविवार को महाराणा प्रताप महाविद्यालय जंगल धूसड़ के 16वें समावर्तन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन, तकनीकी विकास एवं युवा ऊर्जा के समन्वय से भारत का स्वर्णिम काल आने वाला है। उन्होंने कहा कि विगत कुछ वर्षों से देश के नेतृत्व में जो दूरदर्शिता व कर्मठता दिखाई है जिसके परिणामस्वरूप वर्ष 2047 तक भारत पूरी दुनिया में सर्वोपरि होगा।

डॉ. सिंह ने कहा “1300 से 1500 वर्ष पूर्व भारत हर क्षेत्र में विश्व के लिए आदर्श था। इसकी जीडीपी करीब 35 प्रतिशत थी। उस समय पूरी दुनिया भारत पर निर्भर थी। आज देश एक बार फिर सशक्त नेतृत्व के बल पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। आने वाले समय में भारत अखंड भारत और विश्व गुरु बनने जा रहा है और नॉलेज बेस्ड सेक्टर ;ज्ञान आधारित क्षेत्र, देश को विश्व गुरु बनाने का आधार होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 इसी परिप्रेक्ष्य में तैयार की गई है।”
 
उन्होंने कहा कि एक समय वह भी था कि जब हम वैक्सीन के लिए विदेशों पर निर्भर रहते थे जबकि वैश्विक महामारी कोरोना के समय अल्प समय में भारत ने न केवल वैक्सीन बना ली बल्कि पूरे विश्व को आपूर्ति भी किया। उन्होंने कहा कि पहले हम दवाओं के लिए दुनिया के अन्य देशों पर निर्भर रहते थे और आज दुनिया के 195 देश मेड इन इंडिया दवाओं का प्रयोग करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से भारत को महानतम देश बनाने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि हमें न सिर्फ देश के विकास में योगदान देना है बल्कि उसमें कंधे से कंधा मिलाकर चलना भी है।

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