ऋषिकेशः एक साल बाद एक्शन में सीबीआई, AIIMS ऋषिकेश पहुंची, मचा हड़कंप, पूछताछ जारी

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Published By Shobhit Singh
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ऋषिकेश, अमृत विचार। लगभग एक साल बाद सीबीआई का पहरा फिर से एम्स ऋषिकेश पर हो गया है। पिछले साल अप्रैल के महीने में सीबीआई ने जांच करने के लिए पहुंची थी इस दौरान सीबीआई ने पांच अधिकारियों समेत आठ पर मुकदमा दर्ज किया था।

एम्स के अधिकारियों से पूछताछ जारी
 
फिलहाल, टीम दस्तावेजों की जांच के साथ अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। एम्स में पूर्व में चिकित्सा उपकरण, मेडिकल स्टोर आवंटन, कंकालों और दवाओं की खरीद, नियुक्तियों के मामले की जांच चल रही है। 

पिछले साल सीबीआई ने की थी छापेमारी

शुक्रवार को सीबीआई के डीएसपी की अगुवाई वाली सात सदस्यीय टीम एम्स पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की। इससे पहले आपको बता दें कि वर्ष 2022 में 03 से 07 फरवरी को छापोमारी की थी, उसके बाद 22 अप्रैल को टीम फिर से पहुंची थी जिसके बाद टीम ने माइक्रोबायोलाजी विभाग के तत्कालीन अतिरिक्त प्रो. बलराम जी ओमर, एनाटामी विभाग के तत्कालीन अध्यक्ष प्रो. बृजेंद्र सिंह, तत्कालीन सहायक प्रो. अनुभा अग्रवाल, प्रशासनिक अधिकारी शशिकांत, लेखाधिकारी दीपक जोशी और  प्रो-मेडिक डियाईसेस के स्वामी पुनीत शर्मा को नामजद रिपोर्ट दर्ज की थी। 

2 करोड़ 41 लाख की धांधली की चल रही जांच

फिलहाल, अबकी बार ये तीसरी छापेमारी है। वर्ष 2017-18 में एम्स ने स्वीपिंग मशीन खरीदी थी, जिसमें 2 करोड़ 41 लाख की धांधली की जांच चल रही है, वहीं दूसरी कंपनी एक करोड़ में यह मशीन दे रही थी। शिकायत के बाद मामला हाईलाइट हुआ और सीबीआई के एक्शन के बाद सभी जांच के घेरे में आ गये। 

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