मुरादाबाद : भाजपा से विनोद, सपा से रईश उद्दीन को टिकट...कांग्रेस ने रिजवान और बसपा ने मोहम्मद यामीन को बनाया महापौर उम्मीदवार
महापौर का टिकट मिलने पर कार्यकर्ताओं के बीच खुशी मनाते विनोद अग्रवाल।
मुरादाबाद। महापौर पद पर टिकट को लेकर कई दिनों तक मंथन के बाद रविवार को दलों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। भाजपा से एक बार फिर विनोद अग्रवाल महापौर का चुनाव लड़ेंगे। जबकि सपा ने इस बार निर्यातक रईश उद्दीन तो रिजवान कुरैशी को कांग्रेस ने टिकट दिया है। प्रमुख दलों के महापौर पद के प्रत्याशी की घोषणा के बाद सभी सोमवार को नामांकन करेंगे। टिकट मिलने के बाद दावेदारों के समर्थकों में खुशी की लहर है।

विनोद अग्रवाल के नाम को लेकर पार्टी के कई बड़े नेता आश्वस्त थे तो एक सप्ताह में कई नाम दावेदारी में आने पर असमंजस की स्थिति भी बनी हुई थी। कई नामों पर चर्चा और पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने राष्ट्रीय नेतृत्व की सहमति से रविवार को सूची जारी की। जिसमें निवर्तमान महापौर विनोद अग्रवाल को पार्टी ने दावेदार बनाया है। वहीं समाजवादी पार्टी ने कई दिनों के इंतजार के बाद महापौर पद के लिए निर्यातक सैयद रईश उद्दीन को महापौर का टिकट दिया। उनके नाम की घोषणा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने की। उनके उम्मीदवार घोषित होने पर पार्टी के पदाधिकारियों, जन प्रतिनिधियों और समर्थकों ने खुशी जताई। पार्टी पदाधिकारी और उनके समर्थक नामांकन की तैयारी में जुट गए हैं।
हालांकि थोड़ी देर बाद उनके नाम पर विरोध के चलते स्थिति को संभालने में पार्टी के पदाधिकारी जुट गए। इसके अलावा सपा ने कुंदरकी नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर शमीमा खातून पर भरोसा जताया है। जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने कहा कि सभी प्रत्याशियों को दमदारी से एकजुटता के साथ चुनाव लड़ाया और जिताया जाएगा। बसपा से अलग रहने वाले मोहम्मद यामीन ने नगर निगम चुनाव में पार्टी का सिंबल हासिल करने में सफलता हासिल कर ली। वह सोमवार को नामांकन करेंगे। जबकि कांग्रेस ने एक बार फिर रिजवान कुरैशी पर भरोसा जताया। वह पिछले चुनाव में भी कांग्रेस के प्रत्याशी थे।
1995 में बसपा से पार्षद चुने गए थे मोहम्मद यामीन
मोहम्मद यामीन वर्ष 1995 में बसपा के उम्मीदवार के रूप में पार्षद चुने गए। साल 1996 के विधान सभा के चुनाव में पार्टी ने शहर के पश्चिमी विधान सभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया। जिसमें करीब 40 हजार मत पाकर चुनाव हार गए। इसके बाद यामीन संगठन के कार्य से शिथिल हो गए। उसके बाद समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। रियल स्टेट के कारोबार से जुड़े यामीन के सियासत में शांत होने के बाद भी राजनीतिक दलों से संपर्क बनाए रखा। नगर निगम की राजनीति में नगीना के सांसद और वरिष्ठ बसपाई गिरीश चंद्र से नजदीकी का यामीन को लाभ मिला। शनिवार को राजधानी पहुंचकर बसपा प्रमुख मायावती के पास अर्जी दी और वह महापौर का टिकट पाने में कामयाब रहे।
मिशन से छूटे यामीन बसपा में आए, बने महापौर उम्मीदवार
मुरादाबाद। लंबे समय से बसपा से अलग रहने वाले मोहम्मद यामीन ने नगर निगम चुनाव में पार्टी का सिंबल हासिल करने में सफलता हासिल कर ली। सोमवार को यामीन यहां महापौर पद के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। शुक्रवार को बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के सामने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले यामीन रविवार को मेयर पद के उम्मीदवार बना दिए गए। देर शाम यहां दिल्ली रोड स्थित एक होटल में संगठन के पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड राज्य के प्रभारी शमसुद्दीन रायनी और लोक सभा में पार्टी संसदीय दल के प्रमुख नगीना के सांसद गिरीश चंद्र ने इस बात की घोषणा की। कहा कि सपा को विधान सभा चुनाव में मुस्लिम समाज ने रिकार्ड समर्थन दिया। लेकिन, भाजपा की सत्ता सपा नहीं हटा पाई। अब मुस्लिम समाज इस बार अपना भला बसपा में देख रही है। इसलिए निकाय चुनाव में उसका लाभ उम्मीदवारों को मिलेगा।
भाजपा ने 58 वार्डों में घोषित किए पार्षद प्रत्याशी
मुरादाबाद। भाजपा ने नगर निगम के 70 वार्डों में से 58 पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए। जबकि 12 को अभी इंतजार करना पड़ेगा। जिन वार्डों में नाम घोषित नहीं किए हैं वहां दावेदारों की धड़कन बढ़ गई है।


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