हल्द्वानी: चैंपियन ट्री के बाद अब थारू हट बढ़ाएंगी नंधौर अभ्यारण्य की शान 

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। बाघ, हाथी, भालू, चैंपियन ट्री के बाद अब थारू हट नंधौर वन्यजीव अभ्यारण्य की शान बढ़ाएंगीं। वन विभाग ने अभ्यारण्य में 4 थारू हट बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। 

हल्द्वानी वन डिवीजन के अंतर्गत नंधौर अभ्यारण्य नैनीताल, ऊधम सिंह नगर और चम्पावत तीन जिलों में फैला हुआ है। यह अभ्यारण्य बाघों, सबसे विशालकाय वृक्ष चैंपियन ट्री और जैव विविधता के लिए मशहूर है। फिर भी अन्य स्थानों की अपेक्षाकृत पर्यटकों की आमद कम है।

इधर, वन विभाग ने जंगलों में प्रकृति से छेड़छाड़ किए बिना ही पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से एक प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव के अंतर्गत 2 थारू हट नैनीताल व 2 चम्पावत जिले में बनाई जाएंगीं। इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। हरी झंडी मिलते ही थारू हट बनाने का काम शुरू हो जाएगा। 
 

मिट्टी व घास से तैयार की जाती हैं थारू हट
वन अधिकारियों के अनुसार थारू हट लकड़ी, मिट्टी से तैयार की जाती है, इसकी छत घास व लकड़ी से बनाई जाती है। एक हट में बाथरूम, डाइनिंग रूम, बेडरूम होगा। एक बार बनने पर यह हट 10 से 15 वर्ष तक के लिए कारगर होती है। एक हट बनाने में 10-15 लाख रुपये का खर्च आता है।

5 नेचर ट्रेल भी बनाई जाएंगी
ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के मकसद से नंधौर अभ्यारण्य में 5 नेचर ट्रेल भी
बनाई जाएंगी। इस नेचर ट्रेल में पर्यटक प्राकृतिक खूबसूरती, जैव विविधिता को नजदीक से निहार सकेंगे। 3 नेचर ट्रेल नंधौर और 2 जौलासाल रेंज में बनाई जाएंगीं। इसका प्रस्ताव भी शासन को भेज दिया गया है। इससे युवाओं को गाइड और अन्य रूप में रोजगार मिलेगा। वन विभाग ने इससे पूर्व नंधौर से जौलासाल तक बर्ड फेस्टिवल आयोजित कराया था। इस फेस्टिवल में पक्षियों की दर्जनों ऐसी विलुप्त प्रजातियां देखने को मिली थीं जो विलुप्ति की कगार पर हैं।  


नंधौर अभ्यारण्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से ईको टूरिज्म के अंतर्गत 4 थारू हट और 5 नेचर ट्रेल बनाने की योजना है। इसका मकसद जंगल में छेड़छाड़ किए बिना ही लोगों को जंगल में भ्रमण कराना है। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और जंगलों का नुकसान भी नहीं होगा

-बाबूलाल डीएफओ, हल्द्वानी वन डिवीजन 

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