बरेली: मनरेगा...अब सीआईबी बोर्ड लगाने में खेल, एपीओ ने बना डाले फर्जी एफटीओ

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Published By Vikas Babu
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बिथरी चैनपुर में एपीओ का खेल उजागर, सात लाख के एफटीओ निरस्त

बरेली, अमृत विचार। गांवों में लगने वाले सीआईबी (सिटीजन इनफॉर्मेशन बोर्ड) में धांधली रुकने का नाम नहीं ले रही है। बिथरी चैनपुर में एक बार फिर चार स्वयं सहायता समूहों के नाम पर सात लाख रुपये का फर्जीवाड़ा करने की कोशिश की गई। जांच में अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी का खेल उजागर होने पर डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा ने सीआईबी बोर्ड के भुगतान को तैयार किए गए फर्जी एफटीओ (फंड ट्रांसफर आर्डर) निरस्त करते हुए उनसे तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।

बिथरी चैनपुर ब्लाक की ग्राम पंचायत सावरखेड़ा में शिव महिला स्वयं सहायता समूह, जय अंबे स्वयं सहायता समूह, ग्राम पंचायत कुंवरपुर बंजरिया में लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह और नवदिया झादा में कृष्णा स्वयं सहायता समूह को सीआईबी बोर्ड लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। यह समूह मनरेगा में पंजीकृत हैं। पिछले दिनों सीडीओ कार्यालय में शिकायत की गई थी कि बिना सीआईबी बोर्ड लगाए स्वयं सहायता समूहों के खाते में करीब सात लाख रुपये का भुगतान भेज दिया गया।

डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा ने बताया कि मौके पर आरोपों में घिरे स्वयं सहायता समूह के अध्यक्षों को बुलाया गया तो नवदिया झादा को छोड़कर सभी का लगभग एक जैसा ही जवाब था। एक साल में इनके समूह की ओर से कोई बोर्ड नहीं लगाया गया। न भुगतान का कोई वाउचर उपलब्ध कराए गए, जबकि नवदिया झादा में चल रहे समूह अध्यक्ष ने फर्जी एफटीओ तैयार कर भुगतान का दबाव बनाने की बात कही। डीसी मनरेगा ने फर्जी तरीके से एफटीओ तैयार करने वाले एपीओ से स्पष्टीकरण मांगा है। जवाब संतोष जनक न मिलने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।

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