PM मोदी ने देश के महान नेताओं के योगदान को नजरअंदाज कर किया उनका अपमान: गोविन्द सिंह डोटासरा

Amrit Vichar Network
Published By Om Parkash chaubey
On

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के महान नेताओं के योगदान को नजरअंदाज कर उनका अपमान किया है। डोटासरा ने मोदी के राजस्थान दौरे पर आबू रोड में आयोजित जनसभा में दिये गये भाषण पर अपनी प्रतिक्रिया में आज बयान जारी कर यह बात कही।

ये भी पढ़ें - कर्नाटक विधानसभा चुनाव : शाम पांच बजे तक 66 प्रतिशत मतदान

उन्होंने कहा कि मोदी ने वर्ष 2014 से पूर्व की सरकारों एवं पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा देश के विकास के लिए किये गये कार्यों एवं योगदान को नजरअंदाज कर इन महान नेताओं का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान केन्द्र सरकार के ऑक्सीजन एवं दवाओं के कुप्रबंधन से पूरे देश की जनता त्रस्त रही, घर-घर में मृत्यु एवं विनाश की परछाई से आमजन आज भी बाहर नहीं निकल पाया है।

उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन एवं दवाओं के आवंटन में मोदी सरकार ने राजस्थान के साथ ना सिर्फ सौतेला व्यवहार किया बल्कि केन्द्र सरकार की गाईड लाईन्स का भी उल्लंघन किया गया। डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में कानून-व्यवस्था अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतरीन है जिसका परिणाम है कि वर्ष 2019 के मुकाबले जहॉं प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात एवं भाजपा शासित राज्य हरियाणा एवं मध्यप्रदेश में अपराधों की संख्या बेतहाशा बढ़ी है वहीं राजस्थान में अपराधों की संख्या पांच प्रतिशत कम हुई है।

उन्होंने मोदी के राजस्थान में कानून व्यवस्था तबाह होने के आरोप को केवल राजनीतिक करार देते हुए कहा कि देश का गौरव बढ़ाने वाली महिला पहलवान अपने यौन शोषण के आरोपी के खिलाफ कार्यवाही करने के लिये दिल्ली के जंतर-मंतर पर बैठी हैं लेकिन भाजपा एवं मोदी सरकार यौन शोषण के आरोपी भाजपा सांसद को बचाने का कार्य कर रही है।

 डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस के वादे के अनुसार राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के किसानों का 14 हजार करोड़ रूपये का सभी सहकारी बैंकों का सम्पूर्ण कर्ज माफ किया तथा राष्ट्रीयकृत बैंकों का कर्ज राजस्थान सरकार से एकमुश्त राशि पर सैटलमेंट कराने के लिए केन्द्र सरकार से कई बार निवेदन किया गया किन्तु उसने किसान विरोधी रवैया अपनाते हुये राजस्थान सरकार एवं राष्ट्रीयकृत बैंकों के मध्य किसानों के ऋण को लेकर सैटलमेंट नहीं कराया।

ये भी पढ़ें - केरल नौका हादसा:  जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित

संबंधित समाचार