रायबरेली: रंजिश व फिरौती के लिए बालक की गला घोंटकर हत्या, गांव के सुनसान घर से शव बरामद

रायबरेली: रंजिश व फिरौती के लिए बालक की गला घोंटकर हत्या, गांव के सुनसान घर से शव बरामद

लालगंज ( रायबरेली) अमृत विचार। दो दिन से लापता दस वर्षीय बालक का शव गांव के एक सुनसान बंद घर से बरामद हुआ है। उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है। मामले में तीन लोगों को नामजद किया गया है। जिन पर रंजिश में बालक का अपहरण करके फिरौती के लिए हत्या किए जाने का आरोप है। मृतक यहां अपने ननिहाल करीब एक सप्ताह पहले आया था। मामला कोतवाली क्षेत्र के गांव सैमसी का है।

गांव के रहने वाले छोटू मिश्र  का भांजा आयुष तिवारी (10 वर्ष) पुत्र संतोष तिवारी करीब सप्ताह पहले विदिशा ( मध्य प्रदेश ) से अपने ननिहाल घूमने आया हुआ था। बीती 16 मई को वह अचानक घर से गायब हो गया। काफी देर तक जब वह दिखाई नहीं दिया , तब परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। किंतु उसका कोई सुराग नहीं लग पाया था। उसके बाद परिजनों ने बालक के अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचित किया।

पुलिस को अपहरण की सूचना मिलते ही विभाग में हड़कंप मच गया। बालक के लापता होने की सूचना इंटरनेट मिडिया में भी प्रसारित की गई। उसके बाद जब पुलिस ने गहनता से छानबीन शुरू की , और गांव के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि उसे अंतिम बार गांव के एक किशोर के साथ देखा गया था।

पुलिस ने किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पहले पहले वह घटना के प्रति अंजान बना रहा। उसके बाद जब पुलिस के उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया। उसके बताए अनुसार पुलिस ने मृतक के ननिहाल के घर के पास गंगा शरण मिश्र के बंद मकान से उसका शव बरामद किया है। उसके हाथ पैर बंधे हुए थे। पहले उसके कपड़े से उसका हाथ पैर बांध गया था। फिर उसकी गला घोंटकर हत्या की गई।

हत्यारे जब उसकी मौत हो जाने से संतुष्ट हो गए, तब उसके शव को बंद घर में छोड़कर भाग गए। बुधवार की देर रात पुलिस द्वारा बंद घर से शव बरामद करने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक नवीन कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की है , और हिरासत में लिए गए किशोर से पूछताछ की है। सीओ महिपाल पाठक ने बताया कि लापता बालक का शव बरामद कर लिया गया है। घटना की जांच जारी है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।

फिरौती के लालच में की दुस्साहसिक घटना 
मृतक के परिजनों का आरोप है कि उनके गांव के आशुतोष अवस्थी , चंद्र शेखर अवस्थी और  मनमोहन अवस्थी से उनकी रंजिश है। इसी रंजिश में इन लोगों ने मृतक का अपहरण किया था। वह लोग अपहरण करके फिरौती मांगना चाह रहे थे। किंतु जब उसको खंडहर में बंधक बनाया तो आयुष ने उनसे संघर्ष शुरू कर दिया। उसके बाद पोल खुलने की डर से सबने मिलकर उसकी हत्या कर दी।

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