रामपुर: पुलिस के रवैये पर भड़के किसान, सैदनगर चौकी का घेराव

नगली करनपुर मार्ग पर दिया धरना, वाहनों की लग गईं कतारें, अधिकारियों के आश्वासन के बाद शांत हुए आक्रोशित किसान

रामपुर: पुलिस के रवैये पर भड़के किसान, सैदनगर चौकी का घेराव

रामपुर, अमृत विचार। बिजली, यूरिया खाद, सड़क और गन्ना भुगतान की समस्या को लेकर धरना दे रहे किसान पुलिस के रवैए पर भड़क गए। विरोध में किसानों ने सैदनगर पुलिस चौकी पर पहुंच कर नारेबाजी करते हुए घेराव कर लिया। इससे पहले किसानों ने नगली करनपुर मार्ग पर धरना दिया और मार्ग पर दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गईं। सूचना पाकर प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और उनके द्वारा दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के पश्चात किसान शांत हुए। इसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम टांडा अभिनीत कुमार और सीओ टांडा अतुल कुमार पांडेय को किसानों ने ज्ञापन सौंपा। 
 
गन्ना बकाया भुगतान नहीं मिलने और यूरिया-खाद की कालाबाजारी होने से किसानों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। उनके पास गृहस्थी की गाड़ी खींचने के लिए रोजमर्रा के खर्च के लिए भी पैसा भी नहीं है। जिसके कारण उनके बच्चों की पढ़ाई पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। इसके अलावा बच्चों की शादियों आदि के लिए साहूकारों या बैंक से कर्ज ले रहे हैं। आर्थिक तंगी से झुंझलाए किसान मंगलवार की दोपहर नगली करनपुर मार्ग पर पहुंचे और बिजली विभाग समेत गन्ना बकाया दिलाए जाने के लिए धरना प्रदर्शन करने लगे। सड़क पर धरना दिए जाने से मार्ग अवरुद्ध हो गया और दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गईं। 

मार्ग पर किसानों द्वारा धरना दिए जाने की सूचना मिलने पर धरना स्थल पर टांडा पुलिस पहुंच गई और मार्ग पर बैठकर धरना दे रहे किसानों से हटने को कहा। पुलिस वालों ने किसानों से अभद्रता करना शुरू कर दिया जिससे किसानों का पारा चढ़ गया और उन्होंने पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी और भाकियू के प्रदेश महासचिव हसीब अहमद को फोन कर दिया। सूचना पाकर किसान नेता किसानों के बीच पहुंच गए। 

भाकियू के प्रदेश महासचिव ने उच्च अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया कुछ देर बाद प्रदेश महासचिव हसीब अहमद के नेतृत्व में किसानों ने सैदनगर पुलिस चौकी पहुंचकर चौकी का घेराव कर लिया और आक्रोशित किसानों ने पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। किसानों के नारेबाजी करने के दौरान एसडीएम टांडा अभिनीत कुमार और सीओ टांडा अतुल कुमार पांडेय भी मौके पर पहुंच गए और किसानों की मान मनव्वल शुरू कर दी। किसानों को आश्वासन दिया कि किसानों की मांगों को पूरा कराया जाएगा सके बाद किसान शांत हुए और अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।

बेलवाड़ा चीनी मिल से दो करोड़ गन्ना बकाया दिलाए जाने की मांग
एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में किसानों ने यूरिया नहीं होने की बात कही है। इस समय किसानों को मैंथा, गन्ना, धान, चरई में यूरिया डालने की जरूरत पड़ रही है। इसके अलावा बिजली शेड्यूल के मुताबिक दिए जाने की मांग की गई है। बेलवाड़ा चीनी मिल पर बकाया दो करोड़ दिलाए जाने की मांग की गई है। भाकियू के प्रदेश महासचिव हसीब अहमद ने बताया कि बेलवाड़ा चीनी मिल के रामपुर क्षेत्र में दो क्रय केंद्र हैं और चीनी मिल ने किसानों के दो करोड़ रुपये दाबे हुए हैं।

नहरों पर अवैध कब्जे हटवाए जाने की मांग की गई है। बरसात में नहरों में पानी भरने से फसलें खराब हो जाती हैं। बरसात से पहले नहरों की टेल तक सफाई कराए जाने की मांग की गई है। इसके अलावा नैनो यूरिया जबरदस्ती नहीं थोपे जाने की मांग की है। धरना प्रदर्शन करने वालों में चौधरी राजपाल सिंह मंडल सचिव जुवेद आलम जब्बार तहसील अध्यक्ष टांडा साबिर अली असगर अली मोहम्मद सादिक जसवंत सिंह,रघुबर सिंह,रंजीत सिंह, सत्य पाल सिंह आदि मौजूद रहे।

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