अयोध्या : अब निगम नहीं निर्माण एजेंसी बदलेगी रामपथ पर टूटी पाइप लाइनें
अंगूरीबाग से लेकर अमानीगंज तक टूटी हैं जलकल की पाइप लाइन
अयोध्या, अमृत विचार। नगर निगम को छह करोड़ रुपये क्षतिपूर्ति की नोटिस भेजने वाली निर्माणाधीन रामपथ की कार्यदायी संस्था आरएंडसी अब पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई है। नए महापौर गिरीशपति त्रिपाठी की ओर से अपनाए गए सख्त रुख के बाद निर्माण एजेंसी के तेवर ढीले पड़ गए हैं। खोदाई के दौरान टूटी पाइप लाइनों को बदले जाने का ठीकरा जलकल पर फोड़ने वाली निर्माण एजेंसी अब खुद ही इसकी भरपाई करेगी।
महापौर गिरीशपति त्रिपाठी के पदभार ग्रहण करने के बाद बाधित जलापूर्ति और टूटी पाइप लाइनों का प्रकरण उनके सामने लाया गया। निगम के जलकल विभाग ने महापौर को पूरे मामले से अवगत कराते हुए टूटी पाइप लाइनों को बदलने और मरम्मत का मामला उठाया। जिसे महापौर ने गंभीरता से लेते हुए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। जिसमें टूटी और क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों को नगर निगम द्वारा न बदल कर निर्माण एजेंसी द्वारा ही बदले जाने का रास्ता साफ हो गया। बता दें कि दस दिनों पहले टूटी पाइप लाइनों की मरम्मत और बदलने जाने को लेकर निर्माण एजेंसी ने अपना पल्ला झाड़ लिया था।
एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर हरिश्चन्द्र साहू ने तो यहां तक कहा था कि उन्होंने छह करोड़ की क्षतिपूर्ति की नोटिस खुद जलकल को भेजी है। तब मामला नगर आयुक्त तक भी गया था लेकिन कोई समाधान नहीं हो सका था। उसके बाद से जलकल को महापौर के चार्ज संभालने का इंतजार था, उनके चार्ज संभालने ही जलकल के अफसरों ने यह समस्या रखी। जिसके बाद अब रामपथ का निर्माण करा रही एजेंसी पर ही इसकी जिम्मेदारी तय हुई है। जलकल के अधिशासी अभियन्ता अनूप सिंह ने गुरुवार को बताया कि महापौर के कड़े रुख के बाद अब निर्माण एजेंसी के द्वारा ही पाइप लाइन बदली जायेगी। इसके निर्देश एजेंसी को दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जलकल इसका कोई आगणन नहीं तैयार कर रहा है, जो भी होगा निर्माण एजेंसी ही करेगी। उन्होंने स्वीकार किया कि खोदाई के दौरान जलकल को भारी नुकसान हुआ है और जनता प्रभावित अलग हुई।
अंगूरीबाग से नयाघाट तक बदली जायेगी क्षतिग्रस्त व टूटी पाइप लाइन
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार अंगूरीबाग से नयाघाट अयोध्या तक साढ़े तीन किलोमीटर से अधिक में पाइप लाइनें क्षतिग्रस्त हुईं हैं। अभी आंकलन नहीं किया गया है लेकिन एक अनुमान के मुताबिक 1250 मीटर से अधिक पाइप लाइनें टूटी और क्षतिग्रस्त हुईं हैं। आठ दिनों तक जलापूर्ति बाधित रही और 12 नलकूप प्रभावित हुए। सुपरवाइजर अवनीश ने बताया कि 12 से 23 मई तक अनवरत आठ टीमें जलापूर्ति सुचारू करने में जुटी रहीं। यही कारण था कि लोक निर्माण विभाग को बीते दिनों शट डाऊन नहीं दिया गया।
