पीलीभीत: 200 रुपये लाओ आयुष्मान कार्ड बनवाओ...आखिर कौन कर रहा था खेल, जानिए पूरा मामला 

पीलीभीत: 200 रुपये लाओ आयुष्मान कार्ड बनवाओ...आखिर कौन कर रहा था खेल, जानिए पूरा मामला 

पीलीभीत, अमृत विचार। एक तरफ शासन आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है ताकि लाभार्थियों के शत-प्रतिशत गोल्डन कार्ड बन सके। वहीं मेडिकल कॉलेज में गोल्डन कार्ड बनाने को लेकर लाभार्थियों से रुपए की डिमांड की जा रही है।

गोल्डन कार्ड बनवाने पहुंची लाभार्थियों से जब रुपए की डिमांड की गई तो महिलाओं ने मेडिकल कॉलेज में हंगामा करना शुरू कर दिया। नई-नई गोल्डन कार्ड बनवाने पहुंची महिलाओं ने मेडिकल कॉलेज के प्रभारी और गोल्डन कार्ड बनाने वाले कर्मचारी को जमकर खरी-खोटी सुनाई। इस पर प्रभारी सीएमएस गोल्डन कार्ड बनवाने का आश्वासन दिया। मामला चर्चा का विषय बना रहा।

शहर से सटे इस्लामनगर निवासी  परवीन, चंदा बेगम, फिजा, न्यूरिया निवासी नसरीन शनिवार को आयुष्मान कार्ड बनवाने पहुंची थीं। इससे पहले शुक्रवार को परवीन के दिव्यांग भाई मुन्ने शाह मेडिकल कॉलेज में तैनात आयुष्मान मित्र से कार्ड बनवाकर गए थे।

आरोप है कि आयुष्मान मित्र द्वारा 200 रुपये की रिश्वत ली गई और बीस दिन बाद आने को कहा। शनिवार को कार्ड बनवाने पहुंची परवीन से भी रुपये की मांग की गई। इस पर परवीन बिफर पड़ीं। वह आयुष्मान कक्ष के समीप स्थित नोडल प्राचार्य के कक्ष में पहुंच गईं। उन्होंने नोडल प्राचार्य डॉ.संजीव सक्सेना से आयुष्मान मित्र की शिकायत की। इस बीच प्राचार्य कक्ष में हंगामा बढ़ गया।

रिश्वत मांगने के कारण परेशान घूम रहे लाभार्थियों ने स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों को खूब खरी-खोटी सुनाईं। हंगामा बढ़ता देख नोडल प्राचार्य डा. संजीव सक्सेना का भी पारा चढ़ गया और फिर आयुष्मान मित्र की कड़ी लताड़ लगाई गई। साथ ही भविष्य में शिकायत मिलने पर नौकरी से निकालने की सख्त चेतावनी दे दी। मगर उस पर कोई अन्य सख्त एक्शन नहीं लिया गया।

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