पीलीभीत: एसटीएफ के हत्थे चढ़े नकली नोटों के सौदागरों पर एक और कार्रवाई...जानिए पूरा मामला
पीलीभीत, अमृत विचार। नकली नोटों की तस्करी करते फरवरी में धरे गए चार धंधेबाजों पर पुलिस ने शिकंजा कसा है। पूर्व में एसटीएफ की मदद से गिरफ्तार कर जेल भेजे गए चारों आरोपियों के खिलाफ अब इंस्पेक्टर गजरौला की तरफ से गैंगस्टर एक्ट की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
बता दें चार फरवरी को एसटीएफ बरेली और गजरौला पुलिस की संयुक्त टीम ने माला मोड़ पर घेराबंदी कर कार्रवाई की थी। कार में सवार नकली नोट के चार सौदागर न्यूरिया थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव निवासी मनोज गोलदार, ग्राम टांडा विजैसी निवासी चितरंजन राय उर्फ टोनी उर्फ सोनू, रामपुर जनपद के बिलासपुर थाना क्षेत्र के अशोक नगर निवासी देवव्रत बाछाड़ और उधमसिंह नगर उत्तराखंड के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के जगतपुरा निवासी संदीप राय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उनके कब्जे से 500 के 19 और 100 के पांच नोट बरामद किए थे। टीम का दावा था कि यह नकली नोट हैं। एसटीएफ निरीक्षक की ओर से धारा 420, 489-बी, 489-सी, 34 आईपीसी के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
एक्सपर्ट ने जांच के बाद बरामद नोटों को नकली बताया और चार्जशीट दाखिल कर दी गई थी। नकली नोट की तस्करी से जुड़े इस मामले में शामिल धंधेबाजों पर एसपी के आदेश पर शिकंजा कसा गया। इंस्पेक्टर गजरौला प्रभास चंद की ओर से आरोपी मनोज गोलदार, चितरंजन राय उर्फ टोनी उर्फ सोनू, देवव्रत बाछाड़ और संदीप राय पर गैंगस्टर एक्ट की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
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